बच्चों ने घर की अनुपयोगी वस्तुओं से बनाए खूबसूरत सामान
बागपत। विपुल जैन
दोराई फाउंडेशन चेन्नई के सौजन्य से चमरावल गांव में चल रहे तीन दिवसीय हस्तशिल्प के प्रशिक्षण शिविर का बुधवार को समापन हो गया।
इसमें बच्चों ने घर की अनुपयोगी वस्तुओं से खूबसूरत सामान बनाए, जिसकी सभी ने सराहना की। इस मौके पर दौराई फाउंडेशन की प्रशिक्षक सल्तनत पवार ने बच्चों को बताया कि हम किस तरह घर के अनुपयोगी अखबार, पेपर व कपड़ों को न फेककर उनसे घर की साज-सज्जा के आकर्षक सामान बना सकते हैं। कहा कि जो इस कला में निपुण हो जाए तो वह इसे रोजगार का माध्यम भी बना सकता है। इसके जरिए कम लागत में अधिक आय प्राप्त की जा सकती है।
कार्यक्रम के आयोजक सिमरन सेफ़ अल्वी व नफीस अहमद ने शिविर में अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ा और कहा कि समय-समय पर इस तरह के शिविर लगते रहने चाहिए, ताकि बच्चों के अंदर छुपी हुई कला को बाहर लाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज आधुनिक तकनीकों की वजह से बच्चे अपने अंदर छिपी हुई कला को नहीं पहचान पाते। सल्तनत पंवार ने शिविर के सफल संचालन पर सभी को बधाई दी।