भिलाई/कोरिया। इश्कबाज थानेदार ने दर्जनों युवतियों को बनाया शिकार पीडि़ता पत्नी ने डीजीपी और आईजी के सामने लगाई गुहार। पीडि़ता की शिकायत पर जाँच उपरांत पुलिस महानिदेशक डी.एम.अवस्थी ने आज निरीक्षक विमलेश दुबे को निलंंबित कर दिया।
2008 बैच के थानेदार विमलेश दुबे की पत्नी ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि, उसके पति का लगभग 15 से अधिक युवतियों से अफेयर और शारीरिक संबंध है। शिकायत होने के बाद युवा थानेदार मेडिकल छुट्टी लेकर भाग खड़े हुए हैं। मामला कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर थाने के कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक विमलेश दुबे का बताया जाता है।
थानेदार की पीडि़ता पत्नी ने आरोप लगाया कि, युवा थानेदार निरीक्षक विमलेश दुबे के साथ 28 जनवरी 2014 में उनका विवाह हुआ था। पत्नी का आरापी है कि, उनके पति विमलेश दुबे की पुलिस विभाग में जहाँ-जहाँ उनकी पदस्थपना रही है वे लड़कियों के साथ इश्क लड़ाते रहे हैं। उनका रायपुर गरियाबंद, मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, बैकुण्ठपुर, रायपुर के आसपास की 15 से अधिक लड़कियों से अवैध संबंध रहा है।
अभी हाल ही में विमलेश दुबे ने बिलासपुर में एक प्रतीक्षा दुबे नाम की लड़की के साथ 8 दिसंबर 2020 को शादी किया है। इस लड़की के साथ इनका लम्बे समय से अफेयर चल रहा था। उनकी विवाहिता पत्नी का आरोप है कि, ब्राम्हण समाज की लगभग 7 से 8 लड़कियों के साथ इनके अवैध संबंध है जिनके साथ इन्होंने विवाह कर शारीरिक संबंध रखा है।
थानेदार की विवाहिता पत्नी ने आरोप लगाया है कि, उनके पति निरीक्षक विमलेश दुबे कपड़ों के समान लड़कियाँ बदलते हैं, वे लड़कियों के जज्बात के साथ खेलते आये हैं। उन्होंने सरगुजा रेंज के आईजी से अपने पति के कृत्यों के खिलाफ शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही की माँग की है। निरीक्षक की पत्नी ने बताया कि, सरगुजा रेंज के आईजी के साथ-साथ पुलिस महानिदेशक को भी उन्होंने अपने पति के कृत्यों की शिकायत करते हुए कहा है कि, उनके पति ने उन्हें धोखे में रखकर उनके साथ-साथ दर्जनों महिलाओं की जिन्दगी बर्बाद कर दी है।
उन्होंने अपने पति पर आरोप लगाया है कि, उनके पति ने उनकी जिन्दगी खराब कर दी है ऐसे कृत्य करने वाले थानेदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। विवादास्पद निरीक्षक विमलेश दुबे अम्बिकापुर के रहने वाले हैं। समाचार लिखे जाने तक निरीक्षक विमलेश दुबे कोरिया से फरार बताये जाते हैं। फिलहाल उनकी कोई जानकारी नहीं है। उनके मोबाईल नंबर पर इस संबंध में संपर्क कर उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया। किन्तु मोबाईल लगातार बंद मिल रहा है।