रायपुर। मस्जिद में तय नियम के अनुसार हर तीन साल में मुतवल्ली चुनाव इस्लामिक माह रज्जब में होता है। मुतवल्ली मो. करीम को बैलेट पेपर के माध्यम से 17 अप्रैल 2018 को मुतवल्ली चुना गया था। कार्यकाल इस्लामिक कैलेण्डर के हिसाब से माह रज्जब में खत्म होने जा रहा है।
प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए शेख जावेद राजा ने बताया कि पूर्व में मोहम्मदी मुस्लिम जमात खाना में 17 अप्रैल 2018 को बैलेट पेपर से निष्पक्ष चुनाव कराया गया था जिसमें लगभग 1000 मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में शामिल किया गया था जिसमें 827 मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। चुनाव में मो. करीम मुतवल्ली चुने गए थे। लेकिन वर्तमान में चुनाव की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। पिछले 5 मार्च 2021 को (जुमे के दिन) मस्जिद में कुछ लोगों के बीच बिना किसी पूर्व सूचना के 25-30 लोगों की मीटिंग बुलाकर मो. करीम ने अपने आप को अवैध तरीके से आने वाले 3 साल के लिए मुतवल्ली घोषित कर लिया।
ईदगाह भाटा की आवाम इसके सक्त खिलाफ है। शेख जावेद ने बताया कि मैंने एवं इमाम खान व साबिर अली ने मुतवल्ली पद के लिए उम्मीदवारी पेश की है और चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की थी। हम लोगों के द्वारा मुतवल्ली की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाई गई जिस पर कोई सुनवाई नहीं की गई। हमारी बातों को अनदेखा कर दबंगई से षडयंत्र रचकर मो.करीम ने अपने आप को मुतवल्ली घोषित किया है। उन्होंने बताया कि मैंने संबंधित थाना, छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को इसकी शिकायत की है और बैलेट पेपर से निष्पक्ष चुनाव करवाने की मांग की है।
शेख जावेद ने बताया कि ईदगाह भाटा की अवाम चाहती है पूर्व की तरह इस बार भी बैलेट पेपर से चुनाव किया जाए और आवाम जिसे भी चाहे मुतवल्ली चुने। चुनाव करवाने के संबंध में लगभग 500 लोग हस्ताक्षर भी किए है। उन्होंने कहा कि ईदगाह भाटा की आवाम से आप सर्वे करवाकर जानकारी ले सकते है। बैलेट पेपर से निष्पक्ष चुनाव हो अल्लाह जिसे चाहे अपने घर की खिदमत के लिए मौका दे।