नई दिल्ली/बांकुड़ा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया कि उनका ‘‘मां, माटी मानुष’’ का वादा बेमानी था क्योंकि उनके 10 वर्षों के शासन में आम जनता बेहाल रही जबकि उनकी पार्टी के नेता ‘‘मालामाल’’ होते चले गए।
एक चुनावी रैली को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्थाएं मिलें, विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता मिले और महाविद्यालयों व विश्वविद्याालयों की आधुनिकता बढ़े, इसके लिए भाजपा की सरकार जरूरी है।
ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति ने आपको क्या बना दिया है। आपने अपना ये असली चेहरा 10 साल पहले दिखा दिया होता तो बंगाल में कभी आपकी सरकार नहीं बनती। ये हिंसा, ये अत्याचार, ये उत्पीड़न ही करना था तो फिर मां-माटी-मानुष की बात क्यों की आपने?’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में ‘‘असली परिवर्तन’’ लाने के भाजपा के संकल्प का मतलब है कि यहां एक ऐसी सरकार लाना है, जो सरकारी योजनाओं का पैसा सौ फीसदी गरीबों तक पहुंचाए, ‘‘तोलाबाजों और सिंडिकेट’’ को जेल भेजे और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा, ‘‘अब भ्रष्टाचार का खेल नहीं चलेगा। अब सिंडिकेट का खेल नहीं चलेगा। अब कट मनी का खेल नहीं चलेगा। बंगाल के लोगों ने ठान लिया है। दो मई को दीदी जा रही है। असॉल पोरिबोर्तोन (असली परिवर्तन) आ रहा है। असली परिवर्तन बंगाल के विकास के लिए, बंगाल के गौरव को बढ़ाने के लिए। ऐसी सरकार लाने के लिए जो गरीबों की सेवा करे। असली परिवर्तन अब बंगाल में भाजपा लाकर दिखाएगी।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ‘‘स्कीम’’ पर चलती है और टीएमसी ‘‘स्कैम’’ पर चलती है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्कीम किसी भी सरकार की हो, किसी ने भी लागू की हो लेकिन तृणमूल कांग्रेस स्कैम के लिए कोई न कोई तरीका निकाल ही लेती है। तृणमूल कांग्रेस का मंत्र ही है कि जहां स्कीम, वहां स्कैम।’’
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि केंद्र के आयुष्मान भारत, पीएम किसान सम्मान निधि और ‘‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’’ से जुड़ी योजनाओं में ‘‘स्कैम’’ संभव नहीं था इसलिए ममता सरकार ने इन्हें लागू करने से ही इनकार कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जब चुनावी रैली को संबोधित करने सभा स्थल पहुंच रहे थे, तब उन्होंने देखा कि यहां ‘‘दीदी के लोग दीवारों पर तस्वीरें बना रहे हैं जिसमें ‘‘दीदी मेरे सिर पर अपना पैर मार रही हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘दीदी मेरे सिर के साथ फुटबॉल खेल रही हैं।’’
उन्होंने पूछा, ‘‘आप बंगाल के संस्कार, यहां की महान परंपरा का अपमान क्यों कर रही हैं दीदी?’’
प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि वह अब उन्हें बंगाल के लोगों के सपनों और गरीब आदिवासी-वनवासी भाई-बहनों को ‘‘लात’’ नहीं मारने देंगे।
प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल खड़ा करने के लिए भी ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘दीदी अभी से ईवीएम पर सवाल खड़े करने लगी हैं। 10 साल जिस ईवीएम ने उन्हें सत्ता सौंपी, वही ईवीएम अब उन्हें रास नहीं आ रही है। साफ है, दीदी आपको पराजय दिन में भी दिखता है और पराजय रात में भी दिखता है।’’(इनपुट-भाषा)