रायपुर,14 अप्रैल 2021। छत्तीसगढ़ संगवारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजकुमार राठी, कार्यकारी अध्यक्ष मंजुल मयंक श्रीवास्तव, रविन्द्र सिंह ठाकुर,मिनी पांडेय, रेखा शर्मा, विलास सुतार,जितेंद्र नाग, दीपक वर्मा, योगेंद्र सिंह, डॉ.विवेक श्रीवास्तव, अखिल चटर्जी ने राज्य सरकार द्वारा कोविड शवो के स्टोरेज के नाम पर ढाई हजार रुपए शुल्क निर्धारित किये जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए कहा है की यह पूर्णतः अमानवीय है।
राठी ने कहा कि पहले ही निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना से मरने वाले मरीज़ों के शवों को तीन-चार दिनों तक नहीं दिया जा रहा है, उक्त नियम लागू होने के बाद कमाई के उद्देश्य से शवों को कई दिनों तक नहीं दिया जाएगा। राठी ने कहा कि शहर में कोरोना संक्रमित मरीज़ों को ना तो ऑक्सीजन व वेंटीलेटर उपलब्ध हो रहा है और ना ही पर्याप्त इलाज़ मिल पा रहा है जिससे कई कोरोना मरीज़ की मौत हो रही है।