कोरबा 17 अप्रैल 2021 : कोरबा जिले में होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे मरीज बड़ी संख्या में तेजी से ठीक हो रहे हैं। जिले में अभी तक 21 हजार 311 मरीजों को सामान्य लक्षणों और कोरोना प्रोटोकाॅल तथा ईलाज के मार्गदर्शी निर्देशों का पालन करते हुए होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराने की सुविधा दी जा चुकी है। इसमें से 16 हजार 897 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। जिले में गत दिवस तक कुल तीन हजार 462 कोरोना संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर अपना ईलाज करा रहे हैं।
वहीं होम आईसोलेशन में रहने वाले 950 संक्रमितों को तबियत बिगड़ने पर कोविड केयर सेंटरों और अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। कोरबा जिले में होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराकर ठीक होने की दर लगभग 80 प्रतिशत है। जिले में होम आईसोलेशन में ईलाज के दौरान केवल दो मरीजों की मौत अब तक हुई है जबकि चार मरीजों या उनके परिजनों के विरूद्ध होम आईसोलेशन संबंधी नियमों और कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर थाने में एफआईआर भी कराई जा चुकी है।
करतला विकासखण्ड में होम आईसोलेशन में सबसे अधिक रिकवरी रेट – होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर करतला विकासखण्ड में सबसे अधिक है। करतला विकासखण्ड में यह दर 82.10 प्रतिशत है। करतला विकासखण्ड में अभी तक एक हजार 860 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखकर कोरोना का ईलाज किया गया है जिसमें से एक हजार 527 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में करतला विकासखण्ड के केवल 283 मरीज होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना का ईलाज करा रहे हैं जबकि 50 मरीजों को गंभीरता के आधार पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। करतला विकासखण्ड में एक मरीज या उसके परिजनों के विरूद्ध कोविड प्रोटोकाॅल और होम आईसोलेशन के नियमों का पालन नहीं करने पर थाने में एफआईआर भी कराई गई है।
पोड़ी-उपरोड़ा और पाली विकासखण्डों में 80 प्रतिशत से अधिक संक्रमित घरों में रहकर हुए ठीक – पोड़ी-उपरोड़ा और पाली विकासखण्डों में भी होम आईसोलेशन में रहकर 80 प्रतिशत से अधिक मरीजों ने कोरोना को मात दी है। पाली विकासखण्ड में होम आईसोलेशन में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 80.99 प्रतिशत है।
पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड मे यह दर 80.27 प्रतिशत है। पाली विकासखण्ड में अभी तक एक हजार 089 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखकर कोरोना का ईलाज किया गया है जिसमें से 882 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में पाली विकासखण्ड के केवल 161 मरीज होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना का ईलाज करा रहे हैं जबकि 46 मरीजों को गंभीरता के आधार पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। पोड़ी-उपरोडा विकासखण्ड में अब तक 527 मरीजों का ईलाज होम आईसोलेशन में किया गया है जिसमें से 423 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। अभी पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के केवल 93 मरीज होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना का ईलाज करा रहे हैं जबकि 11 मरीजों को गंभीरता के आधार पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कोरबा शहरी-ग्रामीण और कटघोरा में होम आईसोलेशन का रिकवरी रेट लगभग समान – जिले में कोरबा नगर निगम क्षेत्र, कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों और कटघोरा विकासखण्ड में होम आईसोलेशन का रिकवरी रेट लगभग समान है। कोरबा नगर निगम क्षेत्र में यह 78.92 प्रतिशत, कटघोरा में 78.62 प्रतिशत और कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में 78.50 प्रतिशत है। कोरबा नगर निगम क्षेत्र में होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराने वाले 14 हजार 714 कोरोना संक्रमितों में से 11 हजार 613 संक्रमित पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। नगर निगम क्षेत्र में 737 लोगों को तबियत बिगड़ने पर बड़े अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र में दो हजार 363 कोरोना संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर अपना ईलाज करा रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में होम आईसोलेशन में रहने वाले दो मरीजों के विरूद्ध नियमों के उल्लंघन पर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
कटघोरा विकासखण्ड में अभी तक एक हजार 712 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखकर कोरोना का ईलाज किया गया है जिसमें से एक हजार 346 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में कटघोरा विकासखण्ड के केवल 311 मरीज होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना का ईलाज करा रहे हैं जबकि 54 मरीजों को गंभीर होने पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। कोरबा ग्रामीण क्षेत्र में होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराने वाले एक हजार 409 कोरोना संक्रमितों में से एक हजार 106 संक्रमित पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों से 52 लोगों को तबियत बिगड़ने पर बड़े अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वर्तमान में कोरबा विकाखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में 251 कोरोना संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर अपना ईलाज करा रहे हैं। इनमें से एक मरीज-परिजन के विरूद्ध नियमों के उल्लंघन पर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।