गाजा के अस्पताल हमले में 500 लोगों की मौत, हमास-इजरायल एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप: 10 पॉइंट्स

गाजा के अस्पताल (Gaza Hospital Attack) में हुए हमले में करीब 500 लोग मारे गए हैं, ये दावा हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से किया गया है. अस्पताल परिसर में वो लोग मौजूद थे जो पहले से घायल और विस्थापित थे. उन्होंने कहा कि इजरायल की तरफ से हुए हमले के बाद लोगों में काफी गुस्सा है.
इजरायली सेना का कहना है, “हमारे पास कई सोर्स से आई खुफिया जानकारी से पता चला है कि गाजा अस्पताल पर हमला करने के लिए इस्लामिक जिहाद जिम्मेदार है.” प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमले के समय इजरायल का गाजा के अस्पताल के पास कोई हवाई अभियान नहीं चला रहा था और हमले के लिए जिन रॉकेटों का इस्तेमाल किया गया था, वे उनके उपकरणों से मैच नहीं करते हैं.
हमास सपोर्टर इस्लामिक जिहाद के बयान के मुताबिक,”यहूदी दुश्मन अपने झूठ के जरिए गाजा में बैपटिस्ट अरब नेशनल हॉस्पिटल पर बमबारी करके किए गए क्रूर नरसंहार के लिए अपनी ज़िम्मेदारी से बचने की पूरी कोशिश कर रहा है.” उसने सारा दोष फ़िलिस्तीन में इस्लामिक जिहाद आंदोलन पर मढ़ दिया.”

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन आज इजरायल जा रहे हैं. गाजा अस्पताल पर हुए हमले के बाद उन्होंने इजरायल के पीएम प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की. जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, “गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल में विस्फोट और उसकी वजह से हुई भयानक जानमाल के नुकसान से मैं बहुत क्रोधित और दुखी हूं.” बाइडेन ने अपना जॉर्डन दौरा रद्द कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा अस्पताल पर हुए घातक हवाई हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे भयानक हमला बताया. एंटोनियो गुटेरेस ने एक्स पर पोस्ट किया, “मां पीड़ितों के परिवारों के साथ हूं. अस्पताल और चिकित्साकर्मी अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षित हैं.”
गाजा अस्पताल पर हुए हमले के बाद लोगों में काफी गुस्सा है. सैकड़ों लोगों ने ईरान के तेहरान में ब्रिटेन और फ्रांस के दूतावासों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस हमले के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने एक दिन के “सार्वजनिक शोक” का ऐलान किया और हमले के लिए इज़रायल और उसके सहयोगी अमेरिका को दोषी ठहराया. रायसी ने कहा, “गाजा अस्पताल में घायल फिलीस्तीनी पीड़ितों पर गिराए गए अमेरिकी-इजरायल बमों की लपटें जल्द ही यहूदियों को भस्म कर देंगी.” गाजा हमले को लेकर मध्य पूर्व और नॉर्थ अफ्रीका में भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह संगठन ने गाजा अस्पताल पर हुए हमले की निंदा करने के लिए “क्रोध दिवस” ​​​​का आह्वान किया. हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा, ” बुधवार को दुश्मन के खिलाफ गुस्से का दिन होना चाहिए”, उसने साथी मुसलमानों और अरब लोगों से तेज गुस्सा जताने के लिए तुरंत सड़कों और चौराहों पर उतरने का आह्वान किया.
गाजा में युद्ध और मौत का प्रकोप था, वेस्ट बैंक ने रामल्ला में फिलिस्तीनी सुरक्षा बलों को उन प्रदर्शनकारियों के साथ संघर्ष करते देखा जो पत्थर फेंक रहे थे और राष्ट्रपति महमूद अब्बास के खिलाफ नारे लगा रहे थे. गुस्साए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया.
उत्तरी गाजा से 10 लाख से अधिक लोग भागकर दक्षिण की ओर चले गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी नागरिकों को छोटे क्षेत्रों में धकेला जा रहा है, जिससे आवश्यक जीवन के लिए जरूरी चीजें खत्म हो रही हैं. संयुक्त राष्ट्र ने सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए मानवीय मदद का आह्वान किया.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अस्पताल पर हुए हमले को “अभूतपूर्व” करार दिया. उन्होंने कहा कि गाजा में 115 स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमला किया गया है, जिससे शहर के अधिकांश अस्पताल नहीं चल रहे हैं.
गाजा में ज़मीनी हमले की तैयारी के लिए इज़रायली सेना ने बाहरी इलाके में बख्तरबंद गाड़ियां जमा कर ली हैं. इज़रायल का कहना है कि वह 7 अक्टूबर को हुए हमलों के प्रतिशोध में हमास पर हमला कर रहा है. हमास के हमलों में इजरायल में 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों को बंधक बनाया जा चुका है.

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