कांग्रेस में घमासान, पूर्व सीएम भूपेश बघेल की टिकट काटने की मांग
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कांग्रेस में घमासान, पूर्व सीएम भूपेश बघेल की टिकट काटने की मांग

रायपुर। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। घमासान मचने का सबसे बड़ा कारण पूर्व सीएम और राजनांदगांव से लोकसभा उम्मीदवार भूपेश बघेल है। दरअसल भूपेश बघेल इन दिनों न सिर्फ भाजपा के निशाने पर हैं, बल्कि अपने ही नेताओं के आरोपों से घिरे हुए हैं। एक के बाद एक पूर्व सीएम बघेल पर कई आरोप लग रहे हैं और तो और अब राजनांदगांव सीट से उनकी टिकट काटने की मांग होने लगी है। भूपेश बघेल की टिकट काटने को लेकर दिग्गज कांग्रेस नेता और पीसीसी डेलीगेट्स रामकुमार शुक्ला ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा है। कांग्रेस नेता रामकुमार शुक्ला ने राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे को लिखे पत्र में कहा, महादेव सट्टा एप को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर एफआइआर दर्ज होने से कांग्रेस की बदनामी हुई है। उन्‍होंने कहा, भूपेश बघेल के कारण लोकसभा की सभी सीटें प्रभावित हो रही हैं। ऐसे में राजनांदगांव लोकसभा सीट से भूपेश बघेल की जगह स्‍थानीय नेता को टिकट दी जाए। बतादें कि कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह और कार्यकर्ताओं की नाराजगी अब मंचों पर खुलकर सामने आ रही है। सीट बदलने के बाद कांग्रेसी नेता अपने ही घर में घिर रहे हैं। राजनांदगांव की सभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही बाहरी प्रत्याशी होने का आरोप लगा दिया। कांग्रेस के भीतर उपजे इस अंतर्कलह के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि जो अपने दरी उठाने वाले कार्यकर्ताओं के नहीं हो सके, वे जनता के क्या होंगे। इस मामले पर मुख्यमंत्री ने पूर्व सीएम को सवालों के घेरे में खड़ा किया है। इससे पहले भूपेश बघेल ने राजनांदगांव की चुनावी सभा में कहा था कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री तो क्या नंबर-1 व नंबर-2 भी आ जाए कांग्रेस को राजनांदगांव से कोई हरा नहीं सकता। राजनीतिक हालातों पर गौर करें तो कांग्रेस का सीट बदलने का फार्मूला ज्यादा कारगर होता दिखाई नहीं दे रहा है। दो दिन पहले राजनांदगांव में कार्यकर्ता द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री पर ऊंगली उठाई गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए एक्स पोस्ट पर 19 मार्च को लिखा कि वो अपने अंहकार में कहते रह गए, मैं हूं तो भरोसा है। उनके कार्यकर्ता उनके मुंह पर ही कह रहे हैं, 5 साल हमारी सुनी ही नही गई। छत्तीसगढ़ की देवतुल्य जनता ने उनके धोखे को पहले ही पहचान लिया था और मोदी की गारंटी पर विश्वास अटूट रहा। जो अपने दरी उठाने वाले कार्यकर्ताओं के नहीं हुए वे जनता के क्या होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पोस्ट पर 19 मार्च को लिखा था कि यदि कांग्रेस के साथी अपनी पूरा ताकत से लोकसभा चुनावों के लिए जुट जाए तो यहां मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री तो क्या नंबर-1 और नंबर-2 भी आ जाएं तो कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता।

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