रूझानों में राजग को बहुमत,भाजपा को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में झटका
नयी दिल्ली । लोकसभा चुनाव में सभी सीटों के रूझान आने के बाद किसी भी अकेले दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है हालाकि सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 289 सीटें मिल रही हैं, भारतीय जनता पार्टी को अपने कुछ मजबूत राज्यों में तगड़ा झटका लगा है लेकिन वह 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है वहीं कांग्रेस पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 99 सीटों पर बढत हासिल करती दिख रही है। विधानसभा चुनावों के रूझानों में राजग बड़ा उलट फेर करते हुए आंध्र प्रदेश और ओड़िशा में स्पष्ट बहुमत हांसिल करती दिख रही है। आंध्र प्रदेश में राजग के घटक दल तेलुगु देशम पार्टी (तेदपा) ने 173 में से 133 सीटों पर निर्णायक बढत बना ली है जबकि राज्य में सत्तारूढ वाई एस आर कांग्र्रेस को केवल 14 सीटों पर बढत है। तेदेपा की सहयोगी भाजपा को सात और जनसेना पार्टी को 21 सीटें मिलती दिख रही हैं। ओड़िशा में 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 79 सीटों के साथ सत्ता में आने का दावा पुख्ता कर लिया है। वहीं दशकों से सत्तारूढ बीजू जनता दल को केवल 51 सीटों पर बढत मिल रही है। कांग्रेस 15 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एक सीट पर आगे है। लोकसभा की 543 में से अब तक चार सीटों के परिणाम घोषित हो चुके हैं जिनमें से भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट मिली है। भाजपा 237 तथा कांग्रेस 98 सीटों पर आगे चल रही हैं। समाजवादी पार्टी तीसरी सबसे बडी पार्टी बनकर उभरी है और वह 36 सीटों पर आगे चल रही है। तृणमूल कांग्रेस 30 पर, द्रमुक 21, तेदेपा 16, जद यू 14 , शिव सेना (उद्धव ठाकरे) 11 , राकांपा (शरद पवार) 7 और लोकजन शक्ति (रामविलास ) 5, शिव सेना (शिंदे)5 और वाई एस आर कांग्रेस चार सीटों पर आगे हैं। उत्तर प्रदेश में राम मंदिर की लहर पर सवार होकर 70 से अधिक सीटें जीतने वाली भाजपा को करारा झटका लगा है और पार्टी पिछली बार की 62 सीटों की तुलना में पार्टी केवल 34 सीटों पर बढत बना पाई है। एक बड़े और अप्रत्याशित उलट फेर में समाजवादी पार्टी 35 और कांग्रेस 7 सीटों पर आगे चल रही हैं। राजग की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल दो और अपना दल एक सीट पर बढत बनाये हुए है। बहुजन समाज पार्टी अभी तक किसी भी सीट पर बढत नहीं बना पाई है जबकि आजाद समाज पार्टी के दलित नेता चंद्रशेखर आजाद नगीना सीट पर आगे है। भाजपा को अपनी सत्ता वाले राजस्थान में भी नुकसान होता दिख रहा है और राज्य की 25 सीटों में से उसे 14 पर बढत हासिल है। पिछले चुनाव में पार्टी ने सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आठ सीट पर बढत बना रखी है । माकपा , राष्ट्रीय लोतांत्रिक पार्टी तथा भारत आदिवासी पार्टी एक एक सीट पर आगे है। महाराष्ट्र में शिव सेना (शिंदे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही भाजपा का प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं दिख रहा है। राज्य में भाजपा 12, शिव सेना (शिंदे) 6 और राकांपा एक सीट पर आगे है। कांग्रेस 11, शिव सेना (उद्धव ठाकरे) 10 , राकांपा शरद पवार 7 सीट पर आगे है जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है। बिहार में कुल 40 सीटें हैं और यहां भी भाजपा का प्रदर्शन बहुत शानदार नहीं दिख रहा। राज्य में भाजपा 12, जद यू 14, लोजपा (रामविलास) 5, राजद 4 , कांग्रेस दो , माकपा माले दो और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा एक सीट पर आगे है। भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे पश्चिम बंगाल में भी पार्टी का प्रदर्शन उसके दावों के अनुरूप नहीं रहा। पार्टी राज्य की 42 सीटों में से केवल 12 सीटों पर आगे है जबकि सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस 29 सीटों पर बढत बनाये हुए है। कांग्रेस केवल एक सीट पर आगे है। कांग्रेस शासित कर्नाटक में भाजपा ने कुछ हद तक अच्छा प्रदर्शन किया है और राज्य की 28 सीटों में से वह एक सीट जीतकर 15 पर आगे चल रही है। भाजपा की सहयोगी जद एस दो सीटों पर आगे है। कांग्रेस दस सीटों पर बढत बनाये हुए है। भाजपा के सहयागी जद एस के प्रज्जवल रेवन्ना को हसन सीट से हार का सामना करना पड़ा है। छत्तीसगढ में पार्टी का शानदार प्रदर्शन है और वह राज्य की 11 में से दस सीटों पर आगे है। एक सीट कोरबा पर कांग्रेस आगे है। मध्य प्रदेश में भी पार्टी सभी 29 सीटों पर आगे चल रही है । पार्टी राजधानी दिल्ली की सभी सातों, उत्तराखंड की सभी पांच और हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीटों पर भी आगे है। हरियाणा में भी भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है और वह पिछली बार की दस सीटों की तुलना में पांच सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस भी पांच सीट पर बढत बनाये हुए है। पंजाब में भाजपा का खाता खुलता नहीं दिख रहा है । राज्य की 13 सीटों में से दो सीटों के परिणाम आ चुके हैं और ये दोनों सीट कांग्रेस के खाते में गयी है। इसके अलावा कांग्रेस पांच सीटों पर बढत बनाये हुए है जबकि सत्तारूढ आम आदमी पार्टी 3 सीटों पर शिरोमणि अकाली दल एक और निर्दलीय दो सीटों पर आगे हैं। जम्मू कश्मीर में जम्मू क्षेत्र की दोनों सीटों पर भाजपा आगे है जबकि श्रीनगर एवं अनंतनाग राजौरी सीट पर नेशनल कांफ्रेस आगे है। बारामुला सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल राशिद शेख आगे है। तमिलनाडु में खाता खोलने के प्रति आशान्वित भाजपा को निरााशा हाथ लगी है। राज्य में 39 सीटों में से 21 पर सत्तारूढ द्रमुक आगे है जबकि कांग्रेस 9 , बीसीके , भाकपा और माकपा को दो – दो तथा पी एम के एक सीट पर आगे है। केरल की 20 सीटों में से 14 पर कांग्रेस , आई यू एम एल दो , माकपा , भाजपा, केईसी और आर एस पी एक – एक सीट पर आगे हैं। तेलंगाना में भाजपा तथा कांग्रेस आठ- आठ और एआईएमआईएम एक सीट पर आगे है। आन्ध्र प्रदेश की 25 सीटों में से तेदेपा 16, वाईएस आर कांग्रेस चार , भाजपा तीन तथा जन सेना पार्टी दो सीट पर बढत बनाए हुए है। ओड़िशा में भाजपा ने बड़ा उलट फेर करते हुए राज्य की 21 में से 19 सीटों पर बढत बना ली है जबकि सत्तारूढ बीजद और कांग्रेस एक – एक सीट पर आगे हैं। झारखंड की कुल 14 सीटों में से भाजपा 8, झामुमो तीन, कांग्रेस दो और आजसू एक सीट पर आगे है। असम की 14 में से भाजपा 8 , कांग्रेस चार, यूपीपीएल तथा अगप एक- एक सीट पर बढत बनाए हुए है।