लोकल ट्रेनें तत्काल प्रारंभ करने की मांग को लेकर भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने की ADRM से मुलाकात,वैकल्पिक मार्ग पर भी चर्चा

रायपुर,18 जनवरी 2021। भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने आज एडीआरएम रायपुर अहलुवालिया से मुलाकात कर तत्काल लोकल ट्रेनें तत्काल प्रारंभ करने की मांग की,उक्त जानकारी देते हुए प्रचार प्रसार मंत्री राजकुमार राठी ने बताया कि लोकल ट्रेनों के ना चलने की वजह से रायपुर से दुर्ग, भाटापारा से रायपुर, नेवरा-तिल्दा से रायपुर आने वाले यात्रियों को 10 रुपए की जगह पर 100 रुपए से अधिक खर्च करना पड़ रहा है

क्योंकि यात्रियों को मजबूरी में राजधानी के आस-पास के इन शहरों में जाने के लिए लंबी रुट की ट्रेनों का सहारा लेना पड़ रहा है जिसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है जबकि देश के अलग-अलग हिस्सों में ज़रूरत और मांग के हिसाब से लोकल ट्रेनें चलाई जा रही है।

जिला अध्यक्ष सुंदरानी ने इस संदर्भ में विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए एक वैकल्पिक मार्ग भी बताया जिस पर वर्तमान में चल रही ट्रेनों में डोंगरगढ़ से कोरबा व रिवर्स रिटर्न के लिए 2 कोच अतिरिक्त लगाए जाए जिसमें केवल छत्तीसगढ़ के ही रहवासी सफर करेंगे। प्रतिनिधि मंडल में श्रीचंद सुंदरानी, राजकुमार राठी, गोरेलाल नायक, दूजे खंडेलवाल, खत्पति सोनी,मंजुल मयंक श्रीवास्तव, किशोरचंद नायक, अमलेश सिंह मौजूद रहे। ADRM अहलुवालिया ने इस विषय पर GM बिलासपुर से चर्चा कर तत्काल सफल निष्कर्ष निकालने का आश्वाशन दिया है।

गौरतलब है कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों की वजह से लोकल ट्रेनों को बंद कर दिया गया था लेकिन अब कोरोना की रफ़्तार कम होने के साथ ही वैक्सीन आ जाने के बावजूद इन ट्रेनों को चालू नहीं किया जा रहा है जिसका खामियाज़ा कम दूरी के शहरों में सफर करने वाले यात्रियों को करना पड़ रहा है।

More From Author

रायपुर शहर कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के मो.ताजुल बने जिला अध्यक्ष

71 बेटियों को एनएमडीसी की नौकरी मिलने की संभावना की दिशा में एक कदम आगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

city24x7.news founded in 2021 is India’s leading Hindi News Portal with the aim of reaching millions of Indians in India and significantly worldwide Indian Diaspora who are eager to stay in touch with India based news and stories in Hindi because of the varied contents presented in an eye pleasing design format.