रायपुर : लगातार शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ आम आदमी पार्टी पूरे प्रदेश में ज्ञापन व प्रदर्शन के माध्यम से भूपेश सरकार को घेरती आ रही है लेकिन 15 सालों की सत्ता सुख से दूर रही कांग्रेस की सरकार पर इसका कोई असर होता नही दिख रहा जबकि हर बार भूपेश सरकार को यह याद दिलाया जाता रहा है कि उनके चुनावी घोषणा पत्र में है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू किया जाएगा परंतु आज 2 साल हो गए पर इस ओर भूपेश सरकार कोई भी ठोस कदम बढ़ाते नही दिख रही ।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रदेश सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर भूपेश बघेल चाहते क्या हैं ??? कबतक होगी प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी??
कोमाखान खल्लारी विधानसभा अंतर्गत नर्रा गांव की घटना का जिक्र करते हुए कोमल हुपेंडी ने आगे कहा कि जिस शराब से प्रदेश की जनता त्रस्त हो चुकी है , सरकार को पूर्ण शराबबंदी करना था पर सरकार अब खुद मैदान में उतर आई है और लोगों को पुलिस की कार्यवाही के द्वारा डराया व धमकाया जाने लगा है , जबकि शराबबंदी की बात उन्होंने ही की थी और जो भूपेश सरकार अबतक नही कर पाई है ,शराबबंदी तो दूर अवैध शराब की बिक्री धड़ल्ले से पूरे प्रदेश में बेची जा रही है उसपर लगाम नही लगा पा रही है , ये मौजूदा सरकार के लिए बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है ।
आम आदमी पार्टी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ग्राम- नर्रा, जिला महासमुंद के ग्रामीणों के इंसाफ के लिए आम आदमी छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ कोर कमेटी के द्वारा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक जैन के नेतृत्व में एक 7 सदस्यीय जांच टीम गठित की है जिसमें
अभिषेक जैन, संजय यादव, संतोष चंद्राकर, दुर्गा झा, अनुषा जोसेफ, भूपेंद्र चंद्राकर, कलावती मार्को शामिल है ये जांच टीम नर्रा गांव में जाकर तीन दिनों में मामले की सत्यता की जांच कर कोर टीम के समक्ष अपनी रिपोर्ट रखेगी जिसके पश्चात आम आदमी पार्टी भूपेश सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति तैयार कर प्रदेशभर में प्रदर्शन करेगी