बिलासपुर : कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता हैं किंतु कभी-कभी यह जल्लाद भी बन जाते हैं, ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें पोसरा निवासी कान्हा सूर्यवंशी पिता पन्नीलाल सूर्यवंशी अपने चेहरे पर मस्से का इलाज कराने सिम्स पहुंचे जहां डॉक्टरों द्वारा उन्हें सीटी स्कैन कराने की सलाह दी गई,
सीटी स्कैन कराने के उपरांत कान्हा सूर्यवंशी जी सिम्स के जगह बिलासपुर इमली पारा स्थित वेगस हॉस्पिटल जा पहुंचे जहां ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अंकित ठकराल द्वारा उनकी जांच की गई तथा उन्हें ऑपरेशन करना पड़ेगा बोला गया इसके पश्चात डॉक्टर ने उनका ऑपरेशन किया किंतु ऑपरेशन के पश्चात भी कान्हा सूर्यवंशी जी कि समस्या का समाधान नहीं हुआ जिस पर डॉक्टर ने लगातार उनके पांच ऑपरेशन और कर डालें,
अंत में छठे ऑपरेशन में डॉक्टर ने उनकी आंख ही निकाल डाली जिसका पता जब कान्हा सूर्यवंशी जी को होश आने पर दर्द का एहसास होने पर हुआ तब उन्होंने डॉक्टर को पूछा तो डॉक्टर द्वारा बताया गया कि ऑपरेशन के दौरान उनकी एक आंख निकालनि पड़ी, उपरोक्त घटना की शिकायत सीएमएचओ प्रमोद महाजन जी को की गई तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से भी इस घटना की जानकारी देकर त्वरित कार्रवाई की मांग पीड़ित परिवार द्वारा की गई किंतु इतनी कठिन परिस्थिति में भी आज तक डॉक्टर के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई
आम आदमी पार्टी द्वारा भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उपरोक्त घटना में तुरंत संज्ञान लेते हुए डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही करने की अपील की गई है । आम आदमी पार्टी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जी से अनुरोध है कि उपरोक्त संबंध में संज्ञान लेते हुए तुरंत डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाए और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए