अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था कब तक होगी?
रायपुर : एक तरफ पुरे प्रदेश में करोना महामारी के कारन 20 जिलो में पूर्ण लाकडाउन लगाया गया है, अस्पतालों में बेड व अन्य दवाइयों की कमी से प्रदेश की जनता को सामना करना पड रहा है वर्तमान में प्रदेश में कोरोना जाँच में 10 में से 4 लोग पाजिटिव मिल रहे है पूर्व में हुये बैठक में छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर, केंद्र द्वारा मिले वेंटिलेटर के ठीक से काम नहीं करने व डेसिरेमवीर इंजेक्शन की भी कमी कि बात स्वीकारी थी छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों के देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया था की हवाई मार्ग के साथ रेल मार्ग से दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. सीएम भूपेश बघेल ने अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट की 72 घंटे के भीतर की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य करने की बात की थी पर असम से लाये गये प्रत्याशियों का अभी तक RT-PCR टेस्ट कराने की पुष्टि कांग्रेस द्वारा नही की गयी है, जिससे साफ पता चलता है की प्रदेश सरकार को प्रदेश की जनता की कोई चिंता नहीं है वह असम में जोड़तोड़ करने में व्यस्त है, ऐसे हालत में प्रदेश सरकार को असम पर ज्यादा फोकस न कटे हुये अपना पूरा ध्यान प्रदेश की जनता के लिए लगाना चाहिए, बेड , वेंटिलेटर व डेसिरेमवीर इंजेक्शन की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से सीधे बात करनी चाहिए |