रायपुर,28 अप्रैल 2021। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, महामंत्री जितेंद्र दोशी, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिया प्रभारी संजय चैबे ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर ने आज एक पत्र जारी कर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव से ईएसआईसी द्वारा कोरोना मरीजों को कैसलेश चिकित्सा सुविधा दिये जाने की मांग की।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव को अवगत कराया कि जैसा की आप भी देख रहे होंगें की छ.ग. में दिन प्रतिदिन कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है, ऐसे में कोरोना के मरीजों और उनके परिवार वालो को राहत देने हेतु हमारा कुछ सुझाव है कि जो भी कर्मचारी जो ईएसआईसी के अंतगर्त अपना ईलाज राज्य शासन द्वारा अनुबंधित ईएसआईसी अस्पताल में कराता है तो उसका ईलाज पूर्णतः कैसलेस हो। आज राज्य में बहुत से अनुबंधित ईएसआईसी अस्पताल है जहां जाकर वह अपना ईलाज करा सकता है। चूंकि सभी नौकरी पेशा कर्मचारी इस कोरोना काल के चलते बहुत अधिक अर्थिक तंगी से जुझ रहा है। जिसके चलते इनके पास पर्याप्त धनराशि नही है। जैसा कि हमें लोगों द्वारा जानकारी मिल रही है कि कोविड के प्रकरण में अनुबंधित हाॅस्पिटलों मे कैशलेस की सुविधा नहीं दी जा रही हैं जिससे की कोरोना पेशेंट एवं उनके परिवार को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, चूंकि हॉस्पिटलों में भर्ती होने वाले कोरोना के पेशेंट अधिकतर मध्यमवर्गीय और नौकरीपेशा है। जिनके पास हॉस्पिटल के बिल के लिए पर्याप्त धनराशि नही होती है, ऐसे में कर्मचारी और उनके परिवार कैशलेस सुविधा को देखते हुए ईएसआईसी का लाभ लेना चाहते है। जो की अनुबंधित अस्पतालों द्वारा इस कोरोना काल में कोरोना मरीजों का कैशलेस ईलाज नहीं कर रहें है।
कैट सी.जी.चैप्टर के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव ने कहा कि आज राज्य में बहुत से अस्पताल है जो कि ईएसआईसी से अनुबंधित अस्पताल है जिसकी सूची स्वंय ईएसआईसी की ओर सी जारी की गई है। किंतु आज भी बहुत से अनुबंधित अस्पतालों में कैसलेस की सुविधा नही दी जा रही है। जिसके कारण कर्मचारीयों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पारवानी ने मंत्री सिंहदेव से अनुरोध करते हुए कहा कि सभी अनुबंधित अस्पतालों को ईएसआईसी के अंतगर्त आने वाले कोरोना कर्मचारियों एवं उनके परिवार परिवार वालों का कैशलेस ईलाज हेतु निर्देशित करे की वह इसका कड़ाई से पालन करें। ताकि इस महामारी में कर्मचारी और उनके परिजनों को ईलाज में किसी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े।