रायपुर। सामाजिक कार्यकर्ता उत्कल महिला महा मंच प्रदेश अध्यक्ष सावित्री जगत ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घर घर शराब पहुंचाने ऑनलाइन बुकिंग और होम डिलीवरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या शराब परोसना ही है सरकार की प्राथमिकता? कोरोना संकट के समय में प्रदेश की जनता सरकार से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं दवाईयों और जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति की उम्मिद करती हैं। ऐसे संकट के समय में जब पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण भयावह स्तिथि में है लिगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है लोग मर रहे हैं और छत्तीसगढ़ सरकार घर घर शराब पहुंचाने का आदेश जारी कर रही हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है शर्मनाक है।
यदि घर घर शराब पहुंचाना प्रदेश सरकार की प्रथमिकता है तो यह कहना अनुचित नहीं होगा कि प्रदेश सरकार की नैतिकता का पतन हो गया है। जगत ने कहा कि ऐसी सरकार जिसने शराब बंदी का वादा किया हो और संकट में सरकार की प्राथमिकता शराब परोसने की हो तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता हैं सरकार अपने शराब बंदी के वादे को ले कर कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के नेताओं का असली चेहरा उजागर हो गया जो सिर्फ राजनीति करना जानते हैं।
इन्हें अपने कमीशन की चिंता है ओवर रेट से कमाई की चिंता है। छत्तीसगढ़ की जनता कोरोना से मर रही, संक्रमित हो रही, ना दवाई है न ऑक्सीजन न वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था पर गंगाजल की झूठी कसम खाने वाले नेताओं को छत्तीसगढ़ के घर घर में शराब की नदी बहाने का निर्णय किया है। आज के दिन को छत्तीसगढ़ की महिलाएं इस सरकार के अंतिम दिन के रूप में याद रखेंगी और लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते समय ईवीएम के सामने खड़े हो कर छत्तीसगढ़ सरकार की शराब की प्राथमिकता को याद जरूर करेंगी।