रायपुर : राजधानी रायपुर के रामनगर में सुझबुझ से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका गया है दरअसल यहाँ एक बुजुर्ग की घर पर ही मौत हो गई और जब ये बात उसके पोते को पता चली तो उसने मौत का कारण पूछा जो कोरोना लक्षण से मिलता जुलता था जिसके बाद पार्षद को कॉल किया गया और पार्षद द्वारा भेजे गए कोरोना योद्धाओं द्वारा मृतक का कोरोना टेस्ट किया गया जिसके बाद उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है..सोचो अगर मृतक का ऐसे ही अंतिम संस्कार कर दिया जाता तो कितने लोग जाने अनजाने में कोरोना के चपेट में आ जाते..
अपना कर्तव्य आज सुबह जैसे ही पार्षद मनीराम साहू द्वारा सूचना दी गई की हमारे वार्ड के एक बुजुर्ग व्यक्ति का अचानक तबीयत खराब होने से मृत्यु हो गई है हमें शक है कि यह कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं बिना देर किए रामनगर स्वास्थ्य केंद्र से इमरान मिर्जा व सुमित्रा मिस्त्री तुरंत मौके पर पहुंचकर मृतक बॉडी का कोरोना टेस्ट किया जिसमें की बॉडी पॉजिटिव पाई गई इमरान मिर्जा ने उनके घर वालों को भी टेस्ट कराने को कहा मितान भूमि की टीम ने जब घरवालों से पूछताछ की तो पता चला कि भिलाई में रहने वाले विकास बेलकर जोकि मृतक दयाराम बेलकर के पोते हैं उन्हें जब उनके चाचा द्वारा सूचना दी गई कि उनके दादा का अचानक मृत्यु हो गया है उन्होंने पूछा कि मृत्यु का कारण क्या है चाचा ने बताया कि चार-पांच दिन से तबीयत खराब थी बुखार और खांसी था तुरंत ही विकास ने समझदारी से काम लिया और सभी को मृतक बॉडी के पास जाने से मना किया उन्होंने कहा कि जब तक मृतक बॉडी का कोरोना टेस्ट नहीं हो जाता तब तक ना कोई उसके पास जाए नहीं बॉडी को जलाया जाए समझदारी का परिचय देते हुए विकास पार्षद से संपर्क किया और पार्षद ने रामनगर स्वास्थ्य केंद्र के टीम को बुलाकर कोरोना जांच करवाया जिसमें की मृतक बॉडी पॉजिटिव पाया गया
पार्षद निगम की टीम से संपर्क किया निगम की टीम ने आकर मृतक बॉडी को लेकर पास के रामनगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया