सत्तू खाने से बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता
सत्तू अपने फायदों की वजह से देश में अपनी पहचान दर्ज करवा चुका है।
जौ और भूने हुए चने को पीस कर बनाया जाता है।
गर्मी के दिनों में सत्तू का सेवन देश के कई स्थानों पर किया जाता है।
सत्तू खाने में स्वदिष्ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
सत्तू के औषधिय गुण भी बहुत हैं। चना और जौ जब साथ में मिलते हैं तो ये एक कंप्लीट डाइट की तरह काम करते है।
खास कर गर्मियों
में ये दवा की तरह काम करती है। गर्मियों में सत्तू बेहद फायदेमंद होता है।
सत्तू कैल्शियम, आयरन से भी भरा होता है। ऐसे में जिन्हें एनिमिया है वह इसे जरूर खाएं।
सत्तू में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है। यह फाइबर खाने को पचाने की प्रक्रिया को तेज करके पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
सत्तू में वे सभी जरूरी तत्व पाए जाते हैं, जो संपूर्ण आहार के लिए जरूरी होते हैं। सत्तू को खाने या पीने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है, जिससे आसानी से वजन कम किया जा सकता है।
चने के सत्तू में बहुत से मिनरल्स जैसे आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस आदि पाये जाते हैं, जो शरीरको तुरंत ऊर्जा देने का काम करते हैं, विशेषकरतब, जब नीबू और नमक मिलाकर इसका सेवन किया जाए।
जौ और चने से बनाया गया सत्तू डाइबिटीज में फायदेमंद है। अगर आप डाइबिटीज के मरीज हैं तो रोजाना इस सत्तू का प्रयोग आपके लिए फायदेमंद है।
सत्तू की तासीर ठंडी होती है, जिसकी वजह से गर्मियों में इसका सेवन करने से लू नहीं लगती। यह पेट को ठंडा रखने में भी मदद करता है, जिससे पेट से संबंधी कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। इसके सेवन से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। खाली पेट सत्तू का सेवन करने से ज्यादा लाभ मिलता है।
शरीर में आयरन की कमी हो जाने पर एनीमिया की समस्या होती है। सत्तू इसे भी दूर करने की क्षमता रखता है, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन होता है।
सत्तू में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो लिवर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी होती है। सत्तू के केवल आधे कप में 10 ग्राम प्रोटीन, 178 कैलोरी और 3 ग्राम फैट होता है।
ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए सत्तू का सेवन काफी लाभदायक होता है। इसके लिए सत्तू में नींबू, नमक, जीरा और पानी मिलाकर सेवन करना चाहिए।
चना सत्तू खाने से पहले कुछ बातों का रखें ध्यान
चने के सत्तू ज्यादा न खाएं बल्कि इसमें जौ मिला लें। चने का सत्तू गैस बनाता है।
जिन्हें स्टोन है वह सत्तू खाने से बचें क्योंकि इसमें कैल्शियम काफी होता है।
सत्तू को खाते समय बीच में पानी नहीं पीएं। खाने के बाद पानी पीएं।
दिन में एक या दो बार से अधिक सत्तू बिलकुल न खाएं।
सत्तू खाना आपके सेहत के लिए गर्मियों में वरदान होता है
इसे सर्दियों व बरसात में कम से कम खाना चाहिए
डॉ ए के द्विवेदी