रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव एवम पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे ने मनरेगा में अनुसूचित जाति, जन जाती वर्ग के मजदूरों को सवा सौ करोड़ रुपये का भुगतान नही होने पर भाजपा वाली केंद्र की मोदी सरकार की कड़ी निदा करते हुए कहा कि आरएसएस के इशारे पर भाजपा हमेशा से अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के ऊपर अन्याय अत्याचार करते आ रही है चाहे अनुसूचित जाति ,जनजाति वर्ग के ऊपर अत्याचार के लिए बने कानून एट्रोसिटी एक्ट की बात हो चाहे अनुसूचित जाति,जनजाति वर्ग को दिए जाने वाले आरक्षण की बात हो, हमेशा भाजपा का अनुसूचित जाति,जनजाति वर्ग के प्रति विरोधी चेहरा स्पस्ट रूप से झलकते आ रही है।
पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र बंजारे ने आगे कहा कि कोरोना की वजह से सरकार ने देश में लॉकडाउन लगाया. एक बहुत बड़ी आबादी को मजबूरी में गांवों की ओर लौटना पड़ा. क्योंकि काम धंधे बंद हो गए थे. अगर मनरेगा नहीं होता तो कोरोना और लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी का क्या हाल होता। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना लॉकडाउन में पीड़ित गरीबो की रोटी का सम्बल बना और कोविड 19 के दौरान जीता जागता स्मारक साबित हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने मनरेगा को हँसी में उड़ाते हुए मनरेगा को कांग्रेस की विफलताओं का जीता जाता स्मारक कहा था आज महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना लॉकडाउन में पीड़ित गरीबो की रोटी का सम्बल बना एवम मनरेगा संकट के समय देश के लिए मददगार बना। ऐसे में संकट के समय अब भाजपा वाली केंद्र की मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति,जनजाति वर्ग के मनरेगा मजदूरों का सवा सौ करोड़ मजदूरी भुगतान रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है साथ ही मनरेगा मजदूरी भुकतान रोकने से हमेशा की तरह भाजपा का अनुसूचित जाति,जनजाति विरोधी चेहरा सामने आ ही गया।