नई दिल्ली : चक्रवात तूफान ताऊते महाराष्ट्र से अब गुजरात में कहर ढहा रहा है। हालांकि अब यह कुछ कमजोर पड़ गया है। बीती रात करीब 10.30 बजे Cyclone ताऊते गुजरात तट से टकराया, तब यह यहां तेज हवाएं चल रही हैं। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अब Cyclone ताऊते कमजोर हो रहा है और जैसे जैसे दिन आगे बढ़ेगा हवाओं की रफ्तार कम होगी। हालांकि जहां जहां भारी बारिश हुई है, वहां बचाव कार्य जारी रहेगा। जिस समय चक्रवात टाक्टे गुजरात के तट से टकराया, उस दौरान 185 किमी से लेकर 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। इससे पहले इस समुद्री तूफान ने दिन भर महाराष्ट्र के कई जिलों में तबाही मचाई। मुंबई, थाणे, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त रहा। सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त होने के साथ कई जगह पेड़ उखड़ने और बिजली के खंभे गिरने से संचार सेवाएं व बिजली आपूर्ति लड़खड़ा गई। तूफान के कारण महाराष्ट्र में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई।
मुंबई में बारिश का 21 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। मायानगरी में सोमवार को यानी 1 दिन में 200 MM बारिश दर्ज की गई। इससे पहले यहां साल 2000 में एक दिन में 190.8 एमएम बारिश हुई थी। चक्रवाती तूफान ने मुंबई में भारी तबाही मचाई है। यहां 30 से ज्यादा मकान ध्वस्त हो गए हैं।
ताजा खबर के मुताबिक, भारत का एक बार्ज (जहाज जिन्हें समुद्र में रहने के लिए इस्तेमाल किया जाता है) समुद्र में डूब गया है जब कि 3 अन्य बह गए हैं। इन जहाजों में सैकड़ों कर्मचारी फंसे हैं। अब तक 146 कर्मचारियों को बचा लिया गया है जबकि 130 लापता हैं। ऐसा ही एक जहाज ओएनजीसी का है। ओएनजीसी के तेल के कुओं को भी नुकसान पहुंचा है। राहत तथा बचाव कार्य में नौसेना के साथ ही वायु सेना को भी लगाया गया है, लेकिन मौसम बहुत खराब होने के कारण परेशानी आ रही है।
अहमदाबाद, सूरत समेत गुजरात के कई शहरों में बिजली गुल है। पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो चुके हैं। वहीं अब राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बारिश की आशंका जताई गई है।
देर रात टाक्टे तूफान गुजरात के तट पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने इस दौरान तूफान के गुजरात पहुंचने तक हवाओं की रफ्तार 185 किमी प्रति घंटा तक होने की आशंका व्यक्त कर दी थी। ताऊते से सर्वाधिक तबाही गुजरात में होने की आशंका पर एनडीआरएफ और सेना की टीमें पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद हैं।
वायुसेना ने सोमवार को विशेष विमानों से एनडीआरएफ की कुछ और टीमों व उपकरणों को कोलकाता से अहमदाबाद पहुंचाया। सेना ने भी अपनी करीब 180 टीमें और इंजीनियरों की नौ टास्क फोर्स लगा रखी हैं। प्रशासन ने 17 जिलों में निचले तटवर्ती क्षेत्रों से दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया है।
टाक्टे के कारण मुंबई में सोमवार को दिन भर भारी बारिश और तेज हवाएं चलती रहीं। इसके कारण समुद्र में चार मीटर तक ऊंची लहरें उठती देखी गईं। समुद्र में दो बजरों (बार्ज) में सवार 410 से लोग तूफान में फंस गए। इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए नौसेना ने अपने पोत लगाए हैं।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया, बांबे हाई इलाके में हीरा आयल फील्ड्स तट से बजरे पी 305 के दूर जाने की सूचना मिलने पर पोत आइएनएस कोच्चि को बचाव के लिए भेजा गया है। इस बजरे पर 273 लोग सवार हैं।
ओएनजीसी ने बताया कि इस बजरे पर सवार उसके सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। इसी तरह एक और बजरे पर 137 यात्री सवार हैं। यह नौका मुंबई से आठ समुद्री मील की दूरी पर है। इन लोगों के बचाव में तलाश में आइएनएस कोलकाता को भेजा गया है।
Rain and gusty winds seen in Una town of Saurashtra near Diu, at midnight today#CycloneTauktae pic.twitter.com/0u0mNUYha7
— ANI (@ANI) May 18, 2021