लखनऊ: यूपी के उन्नाव में पुलिस हिरासत में एक 17 वर्षीय सब्जी विक्रेता की मौत हो गई। ऐसे में अब उस मामले को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है। दरअसल बीते शनिवार को ओवैसी ने योगी सरकार पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाया है। इस आरोप को लगाते हुए उन्होंने कहा कि, ”राज्य में मुस्लिमों के खिलाफ नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। सब्जी बेचने वाले का नाम अगर फैसल की जगह विवेक तिवारी जैसा हिंदू होता तो यूपी सरकार इस घटना के लिए पीड़ित परिवार से माफी भी मांगती और उन्हें आर्थिक सहायता भी देती।”
इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, ”इस तरह की घटनाओं से मुस्लिमों के साथ यूपी में नफरत के माहौल की बात साफ पता चल रही है। सबूतों के आधार पर सामने आया है कि यूपी के करीब 56 फीसदी पुलिसकर्मियों का मानना है कि जांच से पहले ही मुस्लिम अपराधी होते हैं। राज्य की पुलिस में भी मुस्लिम युवाओं को लेकर काफी नफरत भरी हुई है।”
इसी के साथ ही उन्होंने इसे यूपी सरकार पर काला धब्बा बताया। आप सभी को बता दें कि उन्नाव में लॉकडाउन के दौरान सड़क किनारे सब्जी बेचने वाले 17 साल के फैसल को दो पुलिसकर्मियों ने जमकर पीटा था। वहीँ बदसलूकी के साथ ही उसकी सब्जियों को भी नाली में फेंक दिया गया था। इस मामले में ASP शशिशेखर ने यह दावा किया था कि ”जब पुलिसकर्मी उसे बाइक पर बिठाकर थाने लेकर जा रहे थे तो उसी दौरान चक्कर आने की वजह से वह नीचे गिर गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी तबीयत पहले से खराब थी। डॉक्टर्स ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया।” इस मामले में व्यक्ति की मौत से गुस्साए उसके परिवार ने पुलिस की पिटाई की वजह से मौत होने की बात कहते हुए शव को सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया। वहीँ उन्होंने परिवार के लिए मुआवजा और एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की भी मांग की।