रायगढ़, 23 मई2021 : लगभग 50 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी कर और लगभग एक करोड़ रुपये किसानों के खाते में देकर रायगढ़ जिला गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 21 मई को गोधन न्याय योजना के पिछले चार चक्रों की राशि पशुपालकों के खाते में अंतरित की। जिसके तहत 01 करोड़ रुपए जिले के पशुपालकों को मिले। कोरोना महामारी से उपजे हालातों के बीच योजना से पशुपालकों को सीधा मिल रहा आर्थिक लाभ उनके लिए बड़ी राहत की बात है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर भीम सिंह के मार्गदर्शन में जिले में व्यापक स्तर पर कार्य किया गया है। जिला पंचायत तथा कृषि विभाग द्वारा गोधन न्याय योजना में किसानों को प्रेरित करने तथा उन्हें इसका लाभ दिलाने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया गया है। इसका जमीनी असर दिख रहा है और रायगढ़ जिले ने पूरे प्रदेश में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में द्वितीय स्थान हासिल किया है।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर भीम सिंह लगातार गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वह गोबर खरीदी के साथ ही कंपोस्ट खाद बनाए जाने की प्रक्रिया के संबंध में भी लगातार बैठक कर विभागीय अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं। गौठानों का नियमित भ्रमण कर योजना के धरातलीय क्रियान्वयन का निरीक्षण करते रहे हैं।
कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गोधन न्याय योजना मूल रूप से गौठान को स्वावलंबी बनाने की योजना है। गौठान के स्वावलंबी होने से किसानों की आय वृद्धि में मदद मिलेगी इसके साथ ही जैविक खेती को भी बढ़ावा देने में सहयोग मिलेगा। उल्लेखनीय है कि बड़े पैमाने पर किसान गोधन योजना का लाभ लेने आगे आ रहे हैं।
वे गोबर बेच रहे हैं और इससे उन्हें अतिरिक्त आय हासिल हो रही है। किसान इस वजह से पशुपालन की ओर भी प्रेरित हो रहे हैं इससे पशुपालन को भी बढ़ावा मिल रहा है और अंतत: कृषि के साथ पशुपालन को बढ़ावा देने से ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिल रहा है।