नई दिल्ली: हाल ही में एलोपैथी दवाओं को लेकर बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने उनके खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद रामदेव ने अपने बयान पर डॉक्टरों से माफी माँग ली। हालाँकि, यह विवाद अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है।
संपूर्ण देशवासियों के लिए #COVID19 के खिलाफ़ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं।
बाबा @yogrishiramdev जी के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर,देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई।
मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है। pic.twitter.com/QBXCdaRQb1
— Dr Harsh Vardhan (Modi Ka Pariwar) (@drharshvardhan) May 23, 2021
दरअसल, बाबा रामदेव ने सोमवार (24 मई 2021) को एक और ट्वीट किया, जिसके बाद यह मामला फिर से तूल पकड़ता नज़र आ रहा है। रामदेव ने ट्वीट करते हुए डॉक्टरों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और दवा कंपनियों पर 25 सवाल दागे हैं। उन्होंने हाइपरटेंशन, टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज जैसे कई बीमारियों के स्थायी समाधान को लेकर भी सवाल किए हैं। उन्होंने आगे पूछा कि, ”एलोपैथी को शुरू हुए 200 वर्ष बीत गए, जरा बताइए टीबी और चेचक जैसी बीमारियों के स्थायी समाधान खोज लिए गए, किन्तु उसी तरह लिवर संबंधी रोग के उपाय क्यों नहीं ढूँढे जा सके। बाबा रामदेव ने दवा कंपनियों से सवाल किया है कि आँखों का चश्मा उतारने और हीयरिंग एड हट जाने का बेजोड़ उपचार हो तो बताएँ।”
बाबा रामदेव ने अपने ट्वीट में कई ऐसी गंभीर बीमारियों के संबंध में IMA और दवा कंपनियों से सवाल किए हैं, जिनका अभी तक स्थायी उपचार नहीं ढूँढा जा सका है। उन्होंने कहा कि एलोपैथी में बगैर किसी साईड इफैक्ट के हिमोग्लोबिन बढ़ाने का तरीका बता दें। आदमी बहुत हिंसक, क्रूर और हैवानियत कर रहा है उसको इंसान बनाने वाली एलोपैथी में कोई दवा बताएँ। आदमी के सारे ड्रग्स एडिक्शन, नशा छूट जाए, ऐसी कोई दवा एलोपैथी में हो तो बताएँ।
मैं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व फार्मा कंपनियों से विनम्रता के साथ सीधे 25 सवाल पूछता हूँ- pic.twitter.com/ATVKlDc9tl
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) May 24, 2021