रायपुर : खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत ने अपने कार्यालय सरगुजा कुटीर में झीरमघाटी श्रद्धांजलि दिवस पर शहीद नेताओं और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 25 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सली हमले में कांग्रेस के अग्रिम पंक्ति के नेता शहीद हो गए थे। तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, बस्तर टाइगर के नाम से मशहूर महेंद्र कर्मा, राजनांदगांव के कांग्रेस नेता उदय मुदलियार, धरसींवा क्षेत्र के कर्मठ कांग्रेस नेता योगेंद्र शर्मा सहित 27 नेता इस हमले में शहीद हुए। इस हमले में विद्याचरण शुक्ल गंभीर रूप से घायल हो गये थे, जिनका बाद में मेदांता अस्पताल में देहांत हुआ।
मंत्री अमरजीत भगत ने इन नेताओं के योगदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा-
“हमारे वरिष्ठ नेताओं की शहादत से छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हुआ है। यह शून्य कभी भर नहीं पाएगा। मगर हम उनके सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ के निर्माण का प्रयास ज़रूर करेंगे।”
तत्पश्चात छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की मौजूदगी में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल दंतेवाड़ा और जगदलपुर में शहीद महेंद्र कर्मा की प्रतिमा का अनावरण वर्चुअल माध्यम से किया गया। इस अवसर पर बस्तर विश्वविद्यालय और डिमरापाल स्थित स्वर्गीय बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पताल का नामकरण शहीद महेंद्र कर्मा के नाम पर किया गया।