बिलासपुर 13 जून 2021 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आकाशवाणी से प्रत्येक माह प्रसारित होने वाली ’लोकवाणी’ की 18वीं कड़ी में आज राजीव गांधी किसान न्याय योजना के विस्तार पर प्रदेशवासियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ किसानों का, खेती-किसानी का राज्य है। हमारा मानना है कि किसान खुशहाल होगा, तभी प्रदेश खुशहाल होगा।
विकास की इसी दूरगामी सोच के साथ हमने छत्तीसगढ़ में 21 मई 2020 को ’राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ की शुरूआत की है। यह योजना हमारी सरकार की कृषक हितैषी सोच को साफ-साफ दर्शाती है। इससे छत्तीसगढ़ में किसानों की आय बढ़ेगी और वे आर्थिक रूप से सक्षम बनेंगे।उन्होंने कहा कि यह योजना छत्तीसगढ़ के किसानों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कोरोना महासंकट के बावजूद योजना के क्रियान्वयन में एक दिन की भी देरी नहीं की गई। हमारी सरकार के कृषक हितैषी निर्णय के फलस्वरूप प्रदेश में लोगों ने खेती में निवेश भी बढ़ाया है।
मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत दर्रीघाट में भी ग्रामीणों ने उत्साह के साथ लोकवाणी का प्रसारण सुना। सरपंच पवन बाई ने इस कड़ी को बहुत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि वे भी गांव में सभी को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करेंगी। गांव के ही शाशिशंकर ने कहा कि कोरो ना संकट के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस वर्ष भी यह योजना बिना किसी बाधा के चलाई है।
हम सभी लोग उन्हें योजना के लिए धन्यवाद देते हैं। ग्राम पंचायत के सचिव कैलाश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस वर्ष राजीव गांधी किसान न्याय योजना में कुछ नए प्रावधान करते हुए और अधिक लाभ किसानों को पहुंचाने का प्रयास किया गया है।
सलीम बक्स सिद्दीकी ने कहा कि नए प्रावधान के तहत वृक्षारोपण करने वाले किसानों को प्रति एकड़ दस हजार रूपए की आदान सहायता प्रदान की जाएगी। इससे वृक्षारोपण को बढ़ावा मिलेगा। फागू राम यादव ने इस कड़ी को लाभप्रद बताया।
फिरोज खान ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना को किसानों के लिए वरदान बताते हुए कहा कि कई प्रदेशों में लोग खेती छोड़ कर अन्य काम कर हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लिए गए किसान हितैषी फैसलों के चलते ही यहां लोगों का रुझान खेती किसानी में बढ़ रहा है। ग्राम के राहुल अंचल, संतराम कश्यप, जनक राम, आकाश बर्मन, अशोक चौहान, रितु टंडन, राजकुमार कश्यप, कामेश्वर कश्यप, पंचराम, ओम प्रकाश, सनत केवर्त एवं फाग बाई ने भी लोकवाणी सुनकर इस कड़ी की सरहाना की।