- साजा में 50 बिस्तर वाले मातृ शिशु अस्पताल खोलने की घोषणा
- किसानों, महिलाओं और छात्रों से की वर्चुअल चर्चा
रायपुर, 12 जून 2021 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुंगेली और बेमेतरा जिले में 448 करोड़ 77 लाख रूपए की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया, जिसमें मुंगेली जिले में 276 करोड़ 12 लाख रूपए की लागत के विकास कार्य तथा बेमेतरा जिले में 172 करोड़ 65 लाख रूपए की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर दोनों जिलों के निवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी और कहा कि हम लोगों ने जिस नवा छत्तीसगढ़ को गढ़ने का संकल्प लिया था, वह आज साकार हो रहा है। सुराजी गांव की कल्पना, आकार लेने लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे के आग्रह पर साजा में 50 बिस्तर वाले मातृ शिशु चिकित्सालय (एमसीएच) खोलने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गांव और किसान हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। हमारी सरकार किसानों और ग्रामीणों की है। छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ समाज के सभी वर्गाें के लोगों तक पहुंच रहा है। किसानों और ग्रामीणों से मैं हर रोज बात कर रहा हूं। उनके चेहरे पर संतोष देख कर मुझे भी बहुत संतोष होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा में कोई छात्र आर्थिक कारणों से पीछे न रह जाए, इसके लिए हमने राज्य में अब तक 171 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले हैं। अंग्रेजी स्कूलों के बच्चों को फर्राटेदार अंग्रेजी में बातचीत करते हुए देख और सुनकर सुखद आश्चर्य होता है, कभी किसी ने कल्पना नहीं की होगी कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चें कितनी बढि़या अंग्रेजी बोल लेते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं अधोसंरचना को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुराजी गांव योजना से पशुधन की देखभाल की बात हो, आजीविका की गतिविधियां हो, नरवा और बाड़ी विकास हो, गोधन न्याय योजना में गोबर की खरीदी बिक्री हो, जैविक खाद का निर्माण हो, पूरे छत्तीसगढ़ की तरह मुंगेली और बेमेतरा जिले में भी बढि़या काम हो रहा है। इन योजनाओं से गांवों में बदलाव की शुरूआत हो चुकी है। इस साल हमने किसानों की आय का एक नया जरिया भी खोला है। जिन खेतों में किसानों ने पिछली बार धान की फसल ली थी, यदि इस बार उसमें धान के बदले दूसरी फसल लेते हैं या वृक्षारोपण करते हैं, तो उनको धान पर मिलने वाली आदान सहायता की तुलना में ज्यादा आदान सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम के दौरान शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों, किसानों, स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल से बच्चों से चर्चा की।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडि़या ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य के समग्र विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि किसानो, ग्रामीणों, वनवासियों, महिलाओं की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू किया है, उनकी जनमानस द्वारा प्रशंसा की जा रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को देश में सर्वाधिक मदद पहुंचाने वाला राज्य छत्तीसगढ़ है। किसानों और ग्रामीणों की ललक और उनके चेहरे की चमक बताती है कि छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल रहा है। राज्य में खेती-किसानी और खुशहाली का एक नया दौर शुरू हुआ है। कार्यक्रम को संसदीय सचिव गुरू दयाल सिंह बंजारे, सांसद अरूण साव, विधायक सर्वश्री अशीष छाबड़ा, धरमजीत सिंह, पुन्नू लाल मोहले ने भी वर्चुअल रूप से सम्बोधित किया।