राजनांदगांव : केन्द्रीय मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार थावरचंद गहलोत के द्वारा राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगता सशक्तिकरण सस्ंथान के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन संचालित समेकित क्षेत्रीय केन्द्र राजनांदगांव द्वारा मातृ एवं शिशु अस्पताल बसंतपुर राजनांदगांव में शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों को दिव्यांगता से बचाने के लिये शीघ्र पहचान एवं शीघ्र हस्तक्षेप हेतु क्रॉस-डिसेबिलिटी शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र (ई.आई.सी.) सेंटर विभाग का शुभारंभ 17 जून 2021 को किया गया। इसके साथ ही अन्य 14 क्षेत्रीय शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्रों का भी उद्घाटन किया गया।
उद्घाटन समारोह में वर्चुअल माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य से सचिव समाज कल्याण विभाग रीना बाबा साहेद कांगले, उप सचिव समाज कल्याण विभाग राजेश तिवारी, छत्तीसगढ़ राज्य एवं निदेशक समाज कल्याण विभाग पी. दयानंद उपस्थित रहे एवं इनके द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिया गया। यह मल्टी केटेगरी शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र (ई.आई.सी.) पूरे भारत के विभिन्न 7 राष्ट्रीय संस्थान एवं 7 सी.आर.सी. में शुभारंभ किया गया हैं।
शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र में सभी प्रकार के पुनर्वास विभाग संचालित होंगे, जिसमें विभिन्न प्रकार के पुनर्वास प्रोफेशनल द्वारा शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों में किसी भी प्रकार की समस्या जैसे चलने, बैठने, उठने, बात करने, सुनने में, पढऩे-लिखने, मानसिक रूप से कमजोर, शारीरिक रूप से कमजोर आदि का जल्द ही पहचान करके इसका विभिन्न प्रकार के पुनर्वासीय चिकित्सा जैसे व्यवसायिक चिकित्सा, भौतिक चिकित्सा, वाक् एवं वाणी चिकित्सा, मनोउपचार चिकित्सा एवं विशेष शिक्षा के माध्यम से शीघ्र निदान किया जाएगा। जिससे बच्चों में दिव्यांगता को रोका जा सके।