रायपुर : छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ लगातार प्रदेश के करीब 2 लाख अनियमित कर्मियों के नियमितीकरण, छटनी बन्द करवाना, सेवा में बहाली तथा आउटसोर्सिंग प्रथा को बंद करवाने के लिए संघर्षरत है। प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले के नेतृत्व में महासंघ कार्यसमिति द्वारा 7 चरणों का महाआंदोलन का रोड मैप तैयार किया गया है। रवि गढ़पाले ने बताया कि मशाल रैली निकाल कर आंदोलन का विकल्प चुनना पड़ रहा है, और रायपुर जिला प्रशासन के द्वारा महासंघ के मशाल रैली निकाले जाने हेतु अनुमति आवेदन को निरस्त कर दिया गया, वही दूसरी ओर राजनैतिक दलों के प्रदर्शन इत्यादि पर कोई बंदिशें नही लगाई गई थी,
रायपुर जिला अध्यक्ष संजय एड़े बताते है, कि छत्तीसगढ़ राज्य में किसी भी प्रकार की वैभवता की की कमी नही है, बावजूद इसके अनियमित कर्मियों के जायज मांगो को प्रशासकीय अधिकारियों के आवांछित हस्तक्षेप के कारण किनारे करके सरकार बहुत बड़ी गलती करने जा रही है। शासन को शीघ्र सकारत्मक पहल करते हुए बगैर वित्त भार की जायज मांगो को तत्काल पुरा करना चाहिए। प्रदेश कार्यसमिति वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व प्रदेश संयोजक गोपाल प्रसाद साहू का कहना है, महासंघ मांगो को जनघोषणपत्र 2018 में सम्मिलित करना, महासंघ के मंच में संघर्ष के साक्षी बनना और फिर सरकार बनने के बाद महासंघ के मंच में आकर अगले साल नियमितीकरण करने की बातों को लाखों अनियमित कर्मियों और उनके परिवार ने देखा है। सरकार अपने खुद के द्वारा किये गए वायदे से पीछे नही हट सकती है और ना महासंघ ऐसा होने देगा।
रायपुर जिला पदाधिकारियों क्रमशः खेमू निषाद, ओम सचिदानंद बंजारे, सावित्री वर्मा, जनार्दन राव, महेन्द्र सर्वे, अजीत कसार, हिमांशु, कैलाश, हरीश, प्रेम, संजय, होरीलाल, कल्याण, तामेश, खेमराज, चंद्रप्रकाश ने जिला मुख्यालय के धरना स्थल से मशाल रैली निकाल कर प्रशासन के माध्यम से सरकार को जगाने एवं नियमितीकरण को हासिल करने के लिए ज्ञापन सौंपेगा,