रायपुर,15 जुलाई 2021। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि केंद्रीय महिला विकास एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बड़ी पहल करते हुए देश भर के व्यापारियों से आग्रह किया है की वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ” एवं “महिला उद्यमिता“ अभियान के ध्वजवाहक बने और देश में महिलाओं की आर्थिक एवं सामजिक सुरक्षा के सशक्त पैरोकार बने वहीं विदेशी कंपनियों से देश के व्यापार को बचाने के लिए ई कॉमर्स को अपनाने में कोई संकोच न करे और इसमें महिलाओं को अवश्य प्रमुखता दें। महिलाएं घर की जिम्मेदारी भी पूरी करेंगी और व्यापार एवं उद्योग भी चलाएंगी, यह अद्भुत क्षमता केवल महिलाओं में ही है।
ईरानी ने यह बात कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा हाल ही में आयोजित एक राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही जिसमें सभी राज्यों के शीर्ष व्यापारी नेता मौजूद थे। उन्होंने कहा की हम सबको मिलकर देश में आर्थिक और सामजिक विकास का एक नया अध्याय लिखना चाहिए। भारत का व्यापार देश के 8 करोड़ व्यापारियों और उनसे जुड़े 40 करोड़ से अधिक लोगों के लिए जीवन जीने और रोटी कमाने का जरिया है न की बड़ी कंपनियों की तरह वैल्युएशन का गेम। ईरानी ने महिला सुरक्षा एवं महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उनके मंत्रालय एवं कैट द्वारा देश भर में एक संयुक्त अभियान चलाने का आव्हान भी किया। इस सन्दर्भ में अब आगामी 16 जुलाई को स्मृति ईरानी के साथ देश के चुनिंदा व्यापारियों की एक बैठक मंत्रालय में होगी जिसमें संयुक्त अभियान चलाने पर रणनीति तय की जायेगी।
ईरानी ने देश में ई कॉमर्स व्यापार से बुरी तरह से प्रताड़ित व्यापारियों को केंद्र सरकार का हर तरीके से सहयोग देने का भरोसा देते हुए उन्होंने कहा की भारत के व्यापारियों का अनुभव एवं ग्राहकों के साथ आत्मीयता और “पड़ोस की बनिये की दुकान“ का भाव और व्यापारियों द्वारा व्यापार करने के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग का मिला जुला बाज़ार दुनिया की किसी भी बड़ी से बड़ी कम्पनी को टक्कर दे सकता है।
ईरानी ने कहा की वर्तमान में देश 62 करोड़ लोग इंटरनेट यूजर है जिसमें 60 प्रतिशत ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं और उसमें से 57 प्रतिशत पुरुष और 33 प्रतिशत महिला ऑनलाइन शॉपिंग कर रही है । यह आंकड़े बताते हैं की लोगों की रूचि अब धीरे धीरे ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ बढ़ती जा रही है। ऐसे में हर गली मोहल्ले में रहने वाले लोगों की “पड़ोस की बनिये की दुकान “ भी यदि ऑनलाइन व्यापार करे तो फिर दुनिया भर की विदेशी कंपनियों को यह समझ लेना चाहिए की अब यह वो भारत नहीं है कि जहां कोई भी ईस्ट इंडिया कंपनी बन कर हम पर आकर राज कर सके या भारत के व्यापार पर कब्ज़ा करने बारे में सोच भी सके। भारत के दुकानदार उनका मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री मोदी देश के व्यापारियों को भली भाँती समझते हैं और समय समय पर उन्होंने कहा है की व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा हैं, इसलिए व्यापारियों को सरकार के सहयोग को लेकर निश्चिन्त हो जाना चाहिए।
देश में व्यापार कर रहे 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों से आर्थिक के साथ सामजिक परिवर्तन में भी बड़ी भूमिका निभाने का आग्रह करते हुए उन्होंने आव्हान किया की देश के हर गली मोहल्ले में रहने वाली महिला अथवा बेटियों के लिए उसी मोहल्ले के दुकानदार उनके अभिभावक बन जाएँ तो किसी भी रोड रोमियों की क्या मजाल जो किसी भी बेटी के साथ छेड़-छाड़ कर सके। ईरानी ने यह भी कहा की अब व्यापारियों को देश में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को उद्यमी बनाने का एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। महिलाओं ने समय समय पर विभिन क्षेत्रों में ऊंचाई हासिलकर अपनी योग्यता और क्षमता का परिचय दिया है ऐसे में व्यापार एवं उद्योग में भी महिला क्यों पीछे रहे।
ईरानी ने सम्मेलन में आग्रह करते हुए कहा की व्यापारी भी भारत सरकार के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ आंदोलन का हिस्सा बने और अपने गली मोहल्ले और अपने बाजारों में यह सुनिश्चित करें कि कोई भी महिला या कोई भी बालिका के साथ किसी भी तरीके का दुर्व्यवहार ना हो। उन्होंने कहा की देश का हर व्यापारी संगठन अपने यहाँ एक ऐसी टीम बनाए जो इस तरह की हरकतों पर अंकुश लगा सके। देश के हर गली मोहल्ले में रहने वाली महिला अथवा बेटियों के लिए उसी गली-मोहल्ले में व्यापार करने वाले व्यापारी यदि महिला अथवा बेटियों के अभिभावक बन जाएँ तो किसी भी रोडसाइड रोमियो की इतनी हिम्मत नहीं होगी कि वह कहीं भी किसी भी महिला या बालिका के साथ छेड़छाड़ करें। उन्होंने कहा की देश भर में इस तरह का अभियान एक सामजिक क्रान्ति का सूत्रपात करेगा।
ईरानी ने यह भी कहा की हमारी लड़ाई उन लोगों से है जो गर्भ में ही एक भ्रूण की हत्या करने से गुरेज नहीं करते जब उन्हें पता चलता है कि वह एक बेटी है। इतनी गंभीर लड़ाई को हम सबको मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा की वो देश भर के व्यापारी संगठनों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इसे रोकने के लिए देश भर के गली मोहल्लों में घूमने के लिए सदैव तत्पर हैं।