रायपुर,16 जुलाई 2021।कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, डैडम् प्रदेश प्रभारी मोहम्मद अली हिरानी एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि आज एमएसएमई विकास संस्थान द्वारा कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंड़िया ट्रेडर्स एवं छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड़ इंडस्ट्रीज के सहयोग से व्यापारियों के हितार्थ एवं उद्योग रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर विड़ियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बेबीनार सम्पन्न हुआ ।
बेबीनार में डैडम् क्प् रायपुर के डॉ. विजय आर सिरसाठ संयुक्त निर्देशक, एल.के. परगनिहा, उप निर्देशक एवं योगेश कुमार, सहायक निर्देशक द्वारा व्यापारियों को उद्योग रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया एवं डैडम् से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी। जिसमें कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, महामंत्री सुरेन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन वाधवा एवं कैट के डैडम् विकास प्रभारी मोहम्मद अली हिरानी भी शामिल रहे।
सर्वप्रथम डैडम् द्वारा आयोजित गूगल मीट की शुरुआत मोहम्मद अली हिरानी ने विड़ियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुडे़ सभी अधिकारी, कैट एवं चेम्बर के पदाधिकारियों एवं व्यापारियों का स्वागत किया।
तत्पश्चात् कैट के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी कहा कि व्यापारी सेवा उधोग का हिस्सा है व्यापारियों से डैडम् का दर्जा 2017 में वापस ले लिया गया था। सरकार ने जून 2017 में सूक्ष्म खुदरा और थोक व्यापारियों को डैडम् की श्रेणी से हटा दिया था। अभी वर्तमान में 01 जुलाई 2021 से केंद्र सरकार द्वारा व्यापारियों को डैडम् में शामिल करने देश के व्यापारी आज एमएसएमई की परिभाषा के तहत शामिल होने के कारण बेहद खुश हैं। और दिल से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और डैडम् मंत्री नितिन गडकरी को देश के व्यापारियों के लिए इतने बड़े और ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए गहरा आभार व्यक्त करते हैं।
इसी श्रंखला में देश भर के व्यापारी केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल के विशेष आभारी रहेंगे जिन्होंने इस निर्णय में व्यापारियों के वकील बनकर जिस दृढ़ता से एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई । कैट पिछले देढ़ वर्षो से अधिक समय से लगातार इस मुद्दे को उठा रहा था और विभिन्न स्तरों पर सरकार के साथ बातचीत कर रहा था। सरकार के इस फैसले से देश के करीब 8 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को फायदा होगा । उन्होनें आगे कहा कि ये व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है, सभी व्यापारी डैडम् अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाये। आगामी दिनों में कैट प्रदेश के सभी जिलों में डैडम् बेबीनार आयोजित करेगा साथ ही सभी जिलों में कैम्प लागाकर व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन भी करवायेगा।
डैडम् के सहायक निर्देशक योगेश कुमार, ने बताया कि डैडम् का मतलब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम है। भारत जैसे विकासशील देश में डैडम् उद्योग अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। जब ये उद्योग बढ़ते हैं, तो देश की अर्थव्यवस्था समग्र रूप से बढ़ती है और फलती.फूलती है। इन उद्योगों को लघु उद्योग या लघु उद्योग के रूप में भी जाना जाता है। भले ही कंपनी मैन्युफैक्चरिंग लाइन या सर्विस लाइन में हो, इन दोनों क्षेत्रों के लिए पंजीकरण डैडम् अधिनियम के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। यह पंजीकरण अभी तक सरकार द्वारा अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन इसके तहत किसी के व्यवसाय को पंजीकृत करना फायदेमंद है क्योंकि यह कराधान, व्यवसाय की स्थापना, ऋण सुविधाओं, ऋण आदि के मामले में बहुत सारे लाभ प्रदान करता है। उन्होनें डैडम् में रजिस्ट्रेशन एक प्रजेन्टेशन भी दिया।
डैडम् के संयुक्त निर्देशक डॉ. विजय आर सिरसाठ ने बताया कि डैडम् 02 अक्टूबर 2006 को चालू हुआ। इसकी स्थापना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने, सुविधा प्रदान करने और विकसित करने के लिए की गई थी। उन्होनें व्यापारियों को डैडम् से होनें वाले लाभो की जानकारी दी एवं सरकार के वर्तमान नितियों से भी अवगत कराया।
अंत में मोहम्मद अली हिरानी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन कर मीटिंग समाप्ति की घोषणा की बेबीनार में कैट के पदाधिकारी मुख्यरूप से उपस्थित रहेः- जितेंद्र दोशी, सूरिंदर सिंह, भरत जैन, मोहम्मद अली हिरानी, भरत बजाज एवं सभी ज़िले से शामिल पदाधिकारी एवं व्यापारीगण आदि।