रायपुर : जबसे केंद्र में मोदी सरकार आई है देश की संपत्ति बेचने का सिलसिला जोरो पर है हम देखते और सुनते है कि केंद्र सरकार ने रेल बेच दिया,सेल बेच दिया,LIC बेच रही है तो देश को लूटते अपनी आंखों के सामने देख रहे होते है और कोई कुछ नही कर पाता ।
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भुपेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब बेरोजगारों को रोजगार देने की बात आती है तो सरकार कोरोना की आड़ लेते हुए कोष खाली होने का बहाना बनाती है ,जब किसानों को एक मुस्त राशि देने की बात आती है उस वक़्त किसानों का ख्याल क्यों नही रखा जाता, आज पेट्रोल – डीजल के दाम बढ़ने की वजह से महंगाई अपने चरम पर है ऐसे वक्त प्रदेश सरकार अपना टैक्स कम कर बढ़ती कीमतों में राहत देने की बजाय यह कहती है कि इस टैक्स की प्रदेश को अभी आवस्यकता है तब जनता का ध्यान नही आता तो आज एक निजी मेडिकल कॉलेज की खरीदी को जनता के हित में कैसे कहा जा रहा है ।
कोमल हुपेंडी ने आरोप लगाया कि चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज को सरकार खरीद कर दरअसल भुपेश के दामाद को राहत पहुँचाना चाहती है, जिस कॉलेज की मान्यता 2017 में रद्द हो चुकी हो,जिस कॉलेज पर धोखाधड़ी का आरोप मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया लगा चुका है ऐसे कॉलेज को सरकार द्वारा अधिग्रहण करना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा करती है ।
प्रदेश साहसयोजक सूरज उपाध्याय ने कहा कि जब 2017 में चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द की गई थी उस वक़्त उसमें दाखिल छात्रों के भविष्य को धर में लटके थे तब कहा थे भुपेश, जनता के हित की बात कर निजी कॉलेज के अधिग्रहण कर सरकारी कोष का दुरुपयोग भुपेश बघेल अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुचा रहे है जो गलत है