धमतरी : प्रदेश में पहली बार एलोवेरा से तैयार किया जा रहा जेल, बॉडीवाश, शैंपू, जूस

धमतरी 09 अगस्त 2021 : विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में दुगली वन प्रसंस्करण केंद्र जागृति बालिका समूह की नारायणी टेकाम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीधे चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहली बार एलोवेरा से शैंपू, बॉडीवाश, जेल, जूस के साथ ही मूसली लड्डू और वज्रदंती हर्बल पाउडर का उत्पादन बिरगुड़ी, नगरी और दुगली क्षेत्र में तैयार किया जा रहा है। वर्ष 200-06 से कार्यरत उक्त बालिका समूह की दस सदस्यों को हर रोज 200 रुपए की आय होती है।

समूह द्वारा पिछले साल वर्ष 2020-21 में 19 लाख 75 हजार रुपए की सामग्री तैयार कर रायपुर स्थित मार्ट में बेचा गया हैं। इससे निश्चित ही समूह की सदस्यों का मनोबल बढ़ा है और वे ज्यादा मेहनत कर अपनी आय बढ़ाने और आत्मनिर्भता से सफलता की दिशा में एक एक कर कदम बढ़ाने प्रेरित हो रही हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने चर्चा के बाद अध्यक्ष नारायणी सहित समूह के सदस्यों को और मन लगाकर काम करने हौसला अफजाई की।

ज्ञात हो कि कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में धमतरी वन मंडल के तहत स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार निर्मित हर्बल उत्पाद का प्रदर्शन भी किया गया। इसमें शहद, हवन सामग्री, बेचंदी चिप्स, बहेड़ा चूर्ण, त्रिफला चूर्ण, नीम तेल, कालमेघ चूर्ण, हर्बल धुप, आंवला कैंडी, तिखूर पाउडर, मालकांगनी तेल, दोना पत्तल सहित एलोवेरा जूस, एलोवेरा तेल, एलोवेरा बॉडीवॉश, साबून वगैरह शामिल हैं। समूह की अध्यक्ष जहां एक ओर मुख्यमंत्री से सीधे बात करने पर हर्ष और गर्व महसूस कर रही थी, वहीं अन्य सदस्य कुमारी संगीता नेताम, कुमारी रोहिणी मरकाम ने भी और उत्साहित होते हुए ज्यादा शिद्दत से काम करने की बात कही है।

More From Author

रायपुर : आरक्षक कुलदीप नेताम ने अपनी जान पर खेलकर अपराधियों को पकड़ा…कांग्रेस ने किया सम्मान

नारायणपुर : हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक चंदन कश्यप ने किया बिहान बाजार के स्टॉलों का अवलोकन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

city24x7.news founded in 2021 is India’s leading Hindi News Portal with the aim of reaching millions of Indians in India and significantly worldwide Indian Diaspora who are eager to stay in touch with India based news and stories in Hindi because of the varied contents presented in an eye pleasing design format.