आइज़ोल। ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.डी. मिश्रा ने अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में अपने सामान्य कर्तव्यों के अलावा बुधवार को मिजोरम के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। एक अधिकारी ने कहा कि मिश्रा की नियुक्ति राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मौजूदा राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति की अनुपस्थिति के दौरान कार्यालय के कार्यभार को सम्भालने के लिए एक अंतरिम व्यवस्था के रूप में की क्यूँकि हरिबाबू कंभमपति वर्तमान में दिल की सर्जरी के बाद छुट्टी पर हैं।
गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति माइकल जोथनखुमा ने बुधवार को आइजोल स्थित राजभवन में सख्त COVID-19 प्रोटोकॉल के तहत आयोजित एक शपथ ग्रहण समारोह में मिश्रा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
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बता दें, 1987 में राज्य का दर्जा मिलने के बाद से वह मिजोरम के 23वें राज्यपाल हैं। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री ज़ोरमथंगा और उनके कैबिनेट सहयोगी, राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और राजनीतिक दलों और प्रमुख गैर सरकारी संगठनों के नेता शामिल हुए। बता दें, राज्यपाल मिश्रा को महू में कॉलेज ऑफ कॉम्बैट और वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में 5 साल का शिक्षण अनुभव है। वह 1961 में एक पैदल सेना अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल हुए और 1995 में सेवानिवृत्त हुए थे। एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी के रूप में मिश्रा को कई महत्वपूर्ण अभियानों में शामिल होने और चीन-भारत युद्ध, 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में युद्ध के मैदान में उनका योगदान सराहनीय है।
वहीं एनएसजी काउंटर हाईजैक टास्क फोर्स के कमांडर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, मिश्रा को 1993 में अमृतसर के राजा सांसी एयरफील्ड में एक अपहृत इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के सभी 124 यात्रियों और चालक दल के लोगों की जान बचाकर अपहरण संकट को समाप्त करने में उनकी भूमिका के लिए प्रधानमंत्री की सराहना मिली थी।