रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इस समय गुरु गोविन्द सिंह वार्ड में रोड निर्माण का कार्य किया जा रहा है पर वहां के निवाशियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है की ठेकेदार द्वारा रोड का निर्माण सहीं से नहीं किया जा रहा..यहाँ सिर्फ सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है…सीमेंट का कम इस्तेमाल कर के रोड का निर्माण किया जा रहा है जो जल्द ही ख़राब हो जाएगी..
दरअसल राजधानी के गुरु गोविंद सिंह वार्ड नंबर 29 में रोड बनाने का कार्य चल रहा है जहाँ वार्ड वाशियों के शिकायत के बाद मितान भूमि ने जगह पर जाकर हकीकत जानने की कोशिश की और वार्ड के पार्षद से इस मामले में संपर्क किया और उन्हें बयाता कि रोड निर्माण में 1 बोरी सीमेंट में 9 धमेला रेती 10 धमेला गिट्टी डाल रहे हैं लेबरों से पूछने पर उन्होंने यह जानकारी दिया जब ठेकेदार से बात हुई तो ठेकेदार ने जानकारी दी कि जिस हिसाब से हमारे लेबर डाल रहे हैं वह सही है जब हमने पार्षद से बात किया तो उन्होंने कहा कि मैं ठेकेदार से बात करता हूं यह सही नहीं है मात्रा ज्यादा डाल रहे हैं
पार्षद के बोलने के बावजूद भी ठेकेदार पर कोई असर नहीं…पूछने पर कहा-जोन में जाकर देख लें वर्क आर्डर
पार्षद के कहने पर कि मैं ठीक करवाता हूं लेकिन पार्षद के बोलने के बावजूद भी ठेकेदार पर कोई फर्क नहीं पड़ा जब वहां के सुपरवाइजर से मितान भूमि की टीम ने बात की तो उन्होंने कहा कि 6 घमेला रेती 5 घमेला गिट्टी डालते हैं फिर जब हम दोबारा ठेकेदार से संपर्क किया और उनसे जानने की कोशिश की कि किस मात्रा में इंजीनियर ने मेटेरियल को डालने का वर्क आर्डर दिया है तो ठेकेदार ने कहा कि जोन में जाकर वर्क आर्डर देख लीजिए हम नहीं दिखा सकते…
किसके सय पर ठेकेदार कर रहे ऐसा गोलमाल…कौन है इस मिली भगत के पीछे?
राजधानी में भागीरथी नल जल योजना के तहत सभी वार्डो में खुदाई की गई है जिसके कारण लोगों को चलने में दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है और उपर से बारिश का मौसम जिससे कभी भी दुर्घटना घट सकती है और ऐसे में इस तरह के गुणवत्ताहीन सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण करने से वार्ड वासियों को परेशानी होगी..अब देखना है कि ठेकेदार की शिकायत के बाद जोन के अधिकारी क्या एक्शन लेते है या जिस तरह से राजधानी में कई फ्लाईओवर गुणवत्ताहीन होने की वजह से ख़राब हो गए है वैसे ये भी न हो…