रायपुर,18 अगस्त 2021। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी,विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल एवं कैट प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष परमानंद जैन, वासु माखीजा,महामंत्री सुरिन्दर सिंह, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ चेम्बर एवं कैट सी.जी.चेप्टर के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांक 18 अगस्त 2021, बुधवार को चेम्बर कार्यालय, बाम्बे मार्केट, रायपुर में, कैट के विष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं भारत ई-कामर्स मार्केट के संयोजक धैर्यशील पाटिल द्वारा भारत ई-कॉमर्स पोर्टल के बारे में प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी गई।
धैर्यशील पाटिल ने बताया कि भारत ई-कॉमर्स पोर्टल भारत सरकार की ओर से महत्वपूर्ण ई-कॉमर्स पोर्टल है। यह अद्वितीय पोर्टल एक क्लिक की दूरी पर स्थानीय भारतीय स्टोरों को आपके करीब लाता है। भारत ई-कामर्स पोर्टल खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं, वितरकों और छोटे व्यवसायों को भी लाभ देगा।
पाटिल ने कहा कि ग्राहक पांच किलोमीटर के अंदर स्टोर ढूंढ सकते हैं। ऑनलाइन आइटम बुक करने के बाद, ग्राहक 2 घंटे के भीतर उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं। विक्रेताओं से कमीशन या शुल्क जैसे किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जायेगा। यह रिटेल लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन को निर्माताओं से लेकर अंतिम उपभोक्ताओं तक पहुंचेगा, जिसमें डोर स्टेप डिलीवरी भी शामिल है।
पाटिल ने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से आप किसी भी दुकानदार को किसी भी समय डिलिवरी कर सकते हैं एवं उत्पादों का चयन कर सकते हैं, जिसमें वर्तमान में 3 लाख से ज्यादा वस्तुएं शामिल हैं। केटेगरी ऑफ बिजनेस, प्रोडक्ट्स, नये प्रोडक्ट्स को जोड़ सकते हैं। रिपोर्टिंग सिस्टम से आप अपने उत्पाद की बिक्री की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में वाराणसी, बैंगलोर, प्रयागराज, कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों में शुरू की गई है।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने ई-कामर्स पोर्टल के संबंध में कहा कि इस पोर्टल में प्रदेश के सभी छोटे-बड़े व्यापारी अपनी दुकान खोल सकते हैं जो कि निःशुल्क है।इसमें व्यापारियों को किसी भी प्रकार का कमीशन नहीं देना होगा। पारवानी ने व्यापारियों से आग्रह करते हुए कहा कि भारत ई-कामर्स पोर्टल पर अपनी दुकान खोलकर स्थानीय व्यापारियों को प्रोत्साहन करने में अपनी सहभागिता प्रदान करें जिससे अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसे कंपनी को कड़ी टक्कर मिलेगी।
पारवानी ने कहा कि कोरोनाकाल के लाकडाउन के दौरान आनलाइन व्यापार में बड़ी वृद्धि हुई है। कोविड से पहले भारत में ई-कामर्स व्यवसाय लगभग 7 प्रतिशत था वह अब वर्तमान मे लगभग 21 प्रतिशत हो गया है। भविष्य के व्यापार को ध्यान में रखते हुए सभी व्यापारियां को “भारत ई-मार्केट“ पोर्टल पर अपनी दुकान खोलनी चाहिये।
बैठक का संचालन चेम्बर प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने किया एवं आभार प्रदर्शन कैट के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने किया।
बैठक कई चरणों में आयोजित हुई जिसमें प्रथम चरण में एफएमसीजी एसोसियेशन, द्वितीय चरण में सराफा, इमिटेशन ज्वैलरी एवं स्टेशनरी, सायकल, मेडिकल एसोसियेशन, तृतीय चरण में होम एप्लायंसेस, इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रिकल, कपड़ा रेडिमेड, फर्निशिंग एवं प्लायवुड (माड्यूलर किचन), मोबाईल एवं कंप्यूटर एसोसियेशन के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।
एसोसियेशनों के प्रतिनिधियों द्वारा भारत ई-कामर्स पोर्टल के बारे में अपने व्यवसाय से संबंधित प्रश्न पूछा गया जिसका उत्तर पाटिल ने दिया।