रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दूसरी बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके वर्चुअल रूप से शामिल हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव हमें यह अवसर भी देता है कि कि हम अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद रखें और उनके सर्वोच्च बलिदान का पुण्य स्मरण करें। इस महोत्सव के जरिए ऐसे अनेक गुमनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को हम याद कर रहे हैं, जिनके नाम इतिहास में दर्ज नहीं हो पाए।
नई पीढ़ी को उनके बलिदानों को याद रखने के साथ ही,अपने कर्तव्यों का भी दायित्वबोध होना चाहिए तब अपने आप दूसरों के अधिकारों का संरक्षण भी हो जाएगा। यह अवसर हमें आजादी के 100 सालों 2047 में भारत विश्व में कहां खड़ा रहेगा, यह सोचने का समय भी देता है।
बैठक में समिति के सदस्यों राज्यपालों मुख्यमंत्रियों में अमृत महोत्सव के संबंध में अपने विचार, संकल्प, अपने राज्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं अपने सुझाव दिए। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कला एवं अन्य क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं।