रायुपर : महात्मा गांधी के खिलाफ छत्तीसगढ़ के रायुपर में धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाला तथाकथित हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर लिया गया है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार, कालीचरण महाराज को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले कालीचरण पर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के अकोला में मुकदमा दर्ज किया गया था. अकोला के कोतवाली थाने में कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है. कालीचरण मूल रूप से अकोला का ही निवासी बताया जा रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के ट्वीट के अनुसार, छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी को अपमानित करने वाले कथित भड़काऊ भाषण के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो से कालीचरण महाराज को गिरफ्तार किया है. उसके खिलाफ रायपुर के टिकरापारा थाने में मामला दर्ज है. इतना ही नहीं, रायपुर के धर्म संसद में कालीचरण महाराज की टिप्पणी के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कड़ा ऐतराज जाहिर किया था.
इससे पहले, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र अहवाड ने धार्मिक नेता कालीचरण महाराज के खिलाफ महात्मा गांधी के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने के मामले में ठाणे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. कालीचरण ने 26 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करते हुए टिप्पणी की थी. नौपाडा थाने में एनसीपी नेता आनंद परांजपे के साथ पहुंचे अहवाड ने कहा कि वह राष्ट्र पिता के लिए इस्तेमाल किये गये शब्द से और कालीचरण द्वारा कोई पछतावा नहीं दर्शाने से दुखी हैं. एक अधिकारी के अनुसार जब अहवाड थाने पहुंचे तब सहायक पुलिस आयुक्त एसपी धोले वहां उपस्थित थे.
इसके साथ ही, पुणे पुलिस ने भी बुधवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में हिंदू संत कालीचरण महाराज, दक्षिणपंथी नेता मिलिंद एकबोटे और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा मुगल सेनापति अफजल खान को मारे जाने की घटना का जश्न मनाने के लिए एकबोटे के समस्त हिंदू आघाड़ी संगठन ने महाराष्ट्र में 19 दिसंबर को ‘शिव प्रताप दिन’ कार्यक्रम का आयोजन किया था. पुलिस के अनुसार, इस कार्यक्रम में कालीचरण महाराज, एकबोटे, कैप्टन दिगेंद्र कुमार (सेवानिवृत्त) और अन्य लोग शामिल हुए थे.