पटना : प्राथमिक शिक्षक पद के लिए चयनित 43 हजार में से करीब 41 हजार (95% ) से अधिक अभ्यर्थियों के बीइटीइटी और एसटीइटी प्रमाणपत्रों की जांच की जा चुकी है. शेष दो हजार चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच 24 घंटे में पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया है. शिक्षा विभाग चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र 25 फरवरी तक हर हाल में बांट देगा. सोमवार को विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता में सभी डीइओ और शीर्ष अफसरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक हुई, जिसमें इस संबंध में निर्देश दिये गये.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों में एक मार्च तक मेधा सूची जारी करने की अंतिम चेतावनी अपर मुख्य सचिव ने दी है. इसके बाद वहां की नियोजन इकाइयों को काउंसेलिंग कराने का मौका नहीं दिया जायेगा. यहां 14 से 16 मार्च को काउंसेलिंग करायी जानी है. इन दोनों जिलों में डीएम की अध्यक्षता में संबंधित नियोजन इकाइयों के पदाधिकारियों की बैठक में जरूरी निर्णय लेने के लिए कहा है. इस दौरान शीर्ष अफसरों ने विभिन्न जिलों के डीएम से बात भी की.
अपर मुख्य सचिव ने मुजफ्फरपुर में साहेबगंज , मधुबनी की बासोपट्टी, बिस्फी, रहिका व कलुआही, दरभंगा जिले में जाले आदि नियोजन इकाइयों में काउंसेलिंग के दौरान आयी समस्याओं और शिकायतों का समाधान दो दिनों में करने का अल्टीमेटम दिया है. इसके अलावा 34,540 श्रेणी के शिक्षकों के दस्तावेजों के आवेदनों के सत्यापन के लिए भी हिदायत दी गयी.
बैठक में इस रणनीति पर विचार हुआ कि अभ्यर्थियों की तरफ से 21 राज्यों के प्रयुक्त शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक दस्तावेजों की जांच मुख्यालय स्तर से करायी जाये. जिस राज्य के जितने भी दस्तावेज हैं, वहां एक-एक अधिकारी को भेजा जायेगा. शारीरिक शिक्षा और स्वास्थ्य अनुदेशकों के पदों के उप आवंटन के संंबंध में भी चर्चा की गयी.
40 हजार से अधिक प्राइवेट स्कूलों के इ-संबंधन के आवेदन लंबित हैं. आॅनलाइन आवेदनों को अंतिम रूप देने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये, ताकि नये शैक्षणिक सत्र के लिए इन्हें संबंधन देने की कार्यवाही शुरू की जा सके.