लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 का दो चरण पूरा हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सोमवार को नामांकन का तीसरा दिन था. सोमवार को वाराणसी में 8 सीट पर विधानसभा चुनाव के लिए 23 उम्मीदवारों पर्चा भरा.
जानकारी के मुताबिक, पिंडरा विधानसभा के लिए 6 उम्मीदवारों ने नामांकन किया. अजगरा सुरक्षित सीट से 1, शिवपुर, रोहनिया और शहर उत्तरी विधानसभा से तीन-तीन नामांकन हुए. वाराणसी की शहर दक्षिणी के लिए 4 उम्मीदवारों ने नामांकन किया. सेवापुरी विधानसभा के लिए 2 उम्मीदवारों ने नामांकन किया और कैंट विधानसभा के लिए 1 उम्मीदवार ने नामांकन किया. वाराणसी में नामांकन अब 16, 17 तारीख नामांकन होगा. 15 तारीख को नामांकन नहीं होगा क्योंकि सार्वजनिक अवकाश है.
वाराणसी में बीजेपी के सबसे ज्यादा 5 उम्मीदवारों ने नामांकन किया. शहर उत्तरी विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी मंत्री डा नीलकंठ तिवारी पेशे से अधिवक्ता है. मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी को एक बेटा और एक बेटी है. डॉ नीलकंठ तिवारी भेलूपुर थाना क्षेत्र के सुदमापुर विनायका, बड़ी गैबी निवासी है. डॉ नीलकंठ तिवारी 2017 में विधानसभा चुनाव के वक्त नामांकन के दौरान दिए हलफनामा में अपनी संपत्ति 38,57,470 रुपए की चल-अचल संपत्ति के मालिक थे. 5 साल बाद 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डा नीलकंठ तिवारी के पास 16,285,857 रुपए की चल-अचल संपत्ति है. 5 साल में डॉ नीलकंठ तिवारी अब करोड़ों के मालिक हो गए हैं.
शहर उत्तरी विधानसभा से विधायक रवींद्र जायसवाल के पास 2017 विधानसभा चुनाव के वक्त 67,283,263 रुपए की चल-अचल संपत्ति थी. अब तीसरी बार शहर दक्षिणी विधानसभा से प्रत्याशी बने रविन्द्र जायसवाल की चल-अचल संपत्ति 2,69,871,362 रुपए है. उनके ऊपर 7,054,250 रुपए की देनदारी है. रवींद्र जायसवाल के पास एक पिस्टल और उनकी पत्नी के पास एक राइफल है. रविंद्र जायसवाल मूल रूप से लल्लापुरा खुर्द के निवासी हैं. पेशे से व्यवसायी रवींद्र जायसवाल की एक बेटी है.
शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अनिल राजभर की चल संपत्ति 5 साल में काफी बड़ी है वर्ष 2017 में उनकी चल संपत्ति 4,89,70 रुपए 61 पैसे थी. वह अब एक करोड़ 9 लाख 70 हजार 215 रुपए 26 पैसे है. अनिल राजभर ने साल की आय 2017 में 2,40 लाख रुपए दिखाई थी. जो अब 13 लाख 21 हजार 127 रुपए हो गई है. अनिल राजभर के पास 2017 में नगद 5 हजार रुपए थे जो अब 25 हजार रुपए है. अनिल राजभर की पत्नी उषा राजभर की कोई आय नहीं थी लेकिन इस बार उन्होंने 2 लाख 51 हजार 722 रुपए का रिटर्न भरा है.
वाराणसी कैंट विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सौरभ श्रीवास्तव की आजीविका का मुख्य साधन व्यवसाय है. सौरभ श्रीवास्तव की पत्नी भी व्यवसायी है. 2017 में सौरभ श्रीवास्तव के पास 21 हजार रुपए थे जो इस बार 18 हजार रुपए रह गए. 2017 में सौरभ श्रीवास्तव की 5 लाख 67 हजार 320 रुपए की आय दिखाई थी जो अब बढ़ के 8 लाख 86 हजार 920 रुपया हो गई है. सौरभ श्रीवास्तव के बैंक अकाउंट में 2 लाख 63 हजार 694 रूपये है. सौरभ श्रीवास्तव शेयर , ऋणपत्रों में 1 लाख 17 हजार 47 रुपए का निवेश किया है. सौरभ श्रीवास्तव की चल संपत्ति 80 लाख 31 हजार 632 रुपए की और अचल संपत्ति 96 लाख 90 हजार की थी.
पिंडरा विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अवधेश सिंह की चल अचल संपत्ति बढ़ी है. साल 2017 में उनके पास अचल संपत्ति एक करोड़ 70 लाख रुपए की थी. जो अब बढ़कर 6 करोड़ 78 लाख 14 हजार 660 की हो चुकी है. अवधेश सिंह की आजीविका का मुख्य साधन अध्यापक पेंशन और विधायक का वेतन है. 5 साल पहले चल संपत्ति का मूल्य 32 लाख 74 हजार 145 रुपए था जो अभी 47 लाख 70 हजार 46 रुपए है. पांच साल पहले उनके हाथ में 45 हजार रुपए नगद था जो अब घट कर 27 हजार रुपए हो गई है.(इनपुट-प्र.खबर)