रायपुर/18 फरवरी 2022। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर कड़ा ऐतराज करते हुए कहा है कि भाजपा को छत्तीसगढ़ में कानून का राज रास नहीं आ रहा। छत्तीसगढ़ में कोई भी अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता। किसी भी अपराध का आरोपी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाता है। भाजपा सरकार के समय यही छत्तीसगढ़ अपराधियों का अभयारण्य बन गया था। बाहरी अपराधी आकर वारदातों को अंजाम देते थे और पकड़े नहीं जाते थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय सहित सारे भाजपा नेता तब निर्लज्ज हो जाते हैं जब सार्वजनिक जीवन में उनके नेता पुलिस, राजनीतिक विरोधियों से गाली गलौज करते हैं और अनुसूचित जाति के युवाओं के साथ मारपीट करते हैं। भाजपा का नया नारा है कि उसके नेता अपराध करें तो लीला है। कवर्धा में अमन चैन बिगाड़ने के आरोपी सांसद तथा पूर्व सांसद के बचाव में ये राजभवन से लेकर स्पीकर तक पहुंच जाते हैं। इन्हें अपराध करने की छूट चाहिए, जो मिलने वाली नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि जगदलपुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मिली माँ, बेटे की लाश के मामले की पुलिस गंभीरता से जांच पड़ताल कर रही है तथा अपराधी जल्द पकड़े जायेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा कानून व्यवस्था बिगाड़ने का काम करती है। भाजपा अध्य्क्ष विष्णु देव साय कानून व्यवस्था पर व्यर्थ की राजनीति न करें। पुलिस को अपना काम करने दें। दरअसल भाजपा का सारा ध्यान अराजकता फैलाने दंगे फसाद भड़काने तथा गुंडागर्दी करने कराने में ही लगा रहता है। भाजपा पुलिस का मनोबल गिराने का काम करती है। विष्णुदेव साय यह याद रखें कि अब छत्तीसगढ़ पुलिस राजनीतिक मोहरा नहीं है। अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने वाली सक्षम पुलिस है। अब पुलिस का वैसा दुरुपयोग नहीं होता जैसा भाजपा के राज में बिलासपुर के कांग्रेस भवन में तथा महासमुंद में तत्कालीन निर्दलीय विधायक के साथ किया गया था। साय को खुली चुनौती है कि वे भाजपा और कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था के हर पहलू पर खुली बहस कर लें। बेबुनियाद आरोप लगने से बचें।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुद्दा विहीन भाजपा को मुद्दे हम दिए देते हैं कि केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ का जीएसटी की रकम दिलाएं। उसना चावल ख़रीदवायें। मनरेगा से लेकर खाद कटौती तक की बहाली कराएं। छत्तीसगढ़ के गरीबों का आवास का रद्द किया गया आवंटन बहाल कराएं। लेकिन भाजपा इन मुद्दों पर कुछ नहीं बोलेगी। यह दोहरा चरित्र छत्तीसगढ़ की जनता बखूबी समझ रही है।