रायपुर, 25 मार्च 2022 : नई दिल्ली के राजीव गांधी हैंडीक्राफ्ट्स भवन में स्थित छत्तीसगढ़ स्टेट एम्पोरियम में हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों पर ग्राहकों के लिए छूट दी जा रही है। ग्राहक कम कीमतों पर सिल्क कोसे की कपड़े सहित अन्य उत्पाद खरीद सकेंगे। छत्तीसगढ़ की आवासीय आयुक्त एम गीता ने दस दिवसीय ने प्रदर्शनी-सह-विक्रय सेल का उद्घाटन किया। हस्तनिर्मित शिल्प को अपनाने और प्रोत्साहित करने के लिए ग्राहकों को उत्पादों पर छूट दी जा रही है।
भवन में स्थित छत्तीसगढ़ स्टेट एम्पोरियम में हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों पर ग्राहकों के लिए छूट दी जा रही है। ग्राहक कम कीमतों पर सिल्क कोसे की कपड़े सहित अन्य उत्पाद खरीद सकेंगे। छत्तीसगढ़ की आवासीय आयुक्त
एम्पोरियम में बेलमेटल से लेकर सिल्क कोसे की रेडीमेड कपड़ों की वेराइटी है। यहाँ प्रदेश के बुनकरों द्वारा तैयार किए गए रेडीमेड कपड़ों में सिल्क कोसे की ब्लाउज़, शर्ट, कुर्ते-कुर्तियां, जैकेट, साड़ियाँ आदि उपलब्ध हैं। इन कपड़ों में छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है।
देश की राजधानी दिल्ली में छत्तीसगढ़ की हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों की खासा मांग देखने को मिलती है, इसे देखते हुये ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एम्पोरियम स्थापित किया गया है। जिसे लेकर ग्राहकों में खासा उत्साह रहता है। एम्पोरियम में कोसे की ड्रेस मटेरियल, हैंडलूम फेब्रिक, प्राकृतिक रंगों से तैयार कपड़े उपलब्ध हैं, वहीं सिल्क की साड़ियाँ यहाँ आपको कई रंगों में मिल जाएगी। इन साड़ियों में आदिवासी संस्कृति की झलक दिख रही है।
इनमें खापा टैम्पल, जाला बूटा आदि विभिन्न वेराइटी की साड़ियाँ उपलब्ध हैं।वहीं, एम्पोरियम में छत्तीसगढ़ की बेजोड़ धातु शिल्पकला की झलक देखने को मिल रही है। प्रदेश की बेलमेटल से मूर्तियाँ बनाने की कला उत्कृष्ट है। ग्रामीण शिल्पियों की इन कलाकृतियों को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। इन कलाकृतियों में सर्वाधिक आदिवासी जीवनशैली और संस्कृति से संबंधित, वन्यजीव, देवी देवताओं की मूर्तियाँ आकर्षण का केंद्र रहती है।