नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में एक दर्दनाक हादसे में चौथी कक्षा के 10 वर्षीय छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत हो गई। दरअसल, दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र ने स्कूल की चलती बस से सिर निकाला और वह लोहे के गेट से टकरा गया। छात्र की मां ने स्कूल के मालिक और मोदी इंडस के चेयरमैन उमेश कुमार मोदी, स्कूल के प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह व बस चालक ओमवीर के खिलाफ रंजिश में हत्या करने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने प्रधानाचार्य व बस चालक को गिरफ्तार किया है। हादसा बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल से 300 मीटर पहले हुआ। बस में सवार अन्य छात्रों के अनुसार अनुराग ने उल्टी करने के लिए सिर खिड़की से बाहर निकाला था। सिर बाहर निकलते ही लोहे के गेट से टकरा गया।
वहीं, अनुराग की मां ने बताया कि सुबह स्कूल से सूचना दी गई कि बच्चे को चोट लगने के बाद स्कूल ले जाया गया है। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुराग मुरादाबाद में सीएमओ आफिस में तैनात नितिन भारद्वाज का इकलौता बेटा था।
छात्र की मौत के बाद परिजन शव लेकर स्कूल पहुंचे। उनके साथ बड़ी संख्या में लोग थे। इन लोगों ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग लेकर हंगामा किया। तोड़फोड़ भी की गई। केस दर्ज होने के बाद लोग चालक को उनसे सुपुर्द किए जाने की मांग करने लगे। लगभग पांच घंटे हंगामे के बाद पुलिस अफसरों के समझाने पर शांत हुए।
अनुराग के परिजनों का कहना है कि बस में बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा थी। इसी से अनुराग का जी मिचलाया और उसे उल्टी आई। नेहा का कहना है कि बस में बच्चों की संख्या ज्यादा होने का उन्होंने कुछ दिन पहले विरोध किया था। इस पर बस चालक से कहासुनी हो गई थी। इसके बाद कई बार विवाद हुआ। उनका आरोप है कि चालक ओमवीर रंजिश मानने लगा है। उन्हें अंदेशा है कि स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य और चालक ने इसी रंजिश में बच्चे की हत्या की है।
परिजनों ने बताया कि अनुराग बस में कंडक्टर साइड की खिड़की की तरफ बैठा था। बस में अनुराग की तबीयत एकाएक बिगड़ी तो उसने उल्टी करने के लिए अपना सिर खिड़की से बाहर निकाला। इसी दौरान चालक ने हापुड़ रोड पर मोदीपोन पुलिस चौकी से स्कूल की ओर बस गांधी ग्राउंड वाले रास्ते पर मोड़ी तो बस से बाहर निकला अनुराग का सिर वहां लगे लोहे के गेट में टकराकर फंस गया। उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे मेरठ रेफर किया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सुबह करीब पौने 8 बजे अनुराग के परिजनों को सिर में चोट लगने की सूचना दी गई।
स्कूल बस में छात्र अनुराग की मौत के प्रत्यक्षदर्शी अन्य छात्र सदमे में आ गए। कई बच्चे बेहोश हो गए। बस के अंदर बिखरा खून घटना की भयावहता बयां कर रहा था। छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर घटना के बारे में बताया। एक छात्र को घटना के बाद दस्त शुरू हो गई।
प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह ने कहा कि यह दुखद हादसा है। छात्र ने सिर खिड़की से बाहर निकाला हुआ था। इसी वजह से हादसा हुआ। बस में बच्चों की संख्या ज्यादा नहीं थी। न ही किसी अभिभावक ने बच्चे ज्यादा होने की कभी कोई शिकायत की।