रायपुर : प्रदेश में इन दिनों चल रहे गुंडाराज या गुंडों की सरकार की प्रताड़ना अब दिनों दिन पत्रकारों के लिए बढ़ती जा रहे हैं। जो पत्रकार कानून की बात कहते थे वह कानून लाना तो छोड़ अपने राज मे पत्रकारों को इज्जत भी नसीब नहीं होने दे रहे। कलम की ताकत को अपने पद,दबाव, पैसों और छल से रोकने का भरसक प्रयास सत्ताधारी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं, कुछ अधिकारियों व कुछ नेताओं द्वारा किया जा रहा है।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को संविधान से उखाड़ फेंकने की तैयारी सत्ताधारी पार्टी के राज में की जा रही है। जहां पत्रकार को सत्ता में बैठे नेताओं का सच दिखाने पर झूठे आरोपों में जेल भेजना,उनके साथ मारपीट करना, उनके साथ बदसलूकी करना अब उनका दिनचर्या बन गया है। प्रदेश में जिस की तूती बोलती है सभी उनके बिन में नाचने लग जाते हैं। कुछ ऐसा ही हाल पुलिस, प्रशासन का भी देखने को मिल रहा है। न्याय लेने के लिए पीड़ित पत्रकार पुलिस के पास और न्यायालय के दरवाजे खटखटाता है लेकिन यहां पर तो पुलिस भी सत्ता के रंग में रंग कर गूंगी बहरी होने की भूमिका निभा रही है। और तो और f.i.r. तक लिखना जरूरी नहीं समझती। तो वही न्यायालय में भी सरकार का दबाव देखने को मिलता है।
सरकार बनते ही पुलिस न्यायालय भी सत्ताधारी हो जाते हैं। लेकिन अब पत्रकारों को अपनी ताकत समझनी होगीम दिखाना होगा कि एक कलम की ताकत को रोकने के लिए जितना सत्ताधारी पार्टी के कुछ भ्रष्ट अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं और उनके मंसूबे कामयाब हो रहे हैं उससे कहीं ज्यादा ताकत हमारी एकजुटता में है। पूरे प्रदेश में पत्रकारों के साथ होने वाली प्रताड़ना किसी से छुपी नहीं है। हाल का ही मामला छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड से सामने आया जहां अमन प्रकाश न्यूज़ के पत्रकार मोहम्मद आरिफ के साथ रिपोर्टिंग करने के दौरान ना सिर्फ वहां के सचिव के द्वारा जलील किया गया बल्कि पत्रकार के ऊपर लात भी चलाए गए यह देखने में जितना निंदनीय लग रहा है उससे कहीं ज्यादा निंदनीय है कि पत्रकार के साथ इतना बुरा सुलूक होने के बावजूद भी उसकी फरियाद सिविल लाइन थाने में नहीं सुनी जा रही।
पत्रकार एफ आई आर कराने के लिए रोज सिविल लाइन थाने के चक्कर लगा रहा है लेकिन मानो पुलिस भी सरकार के लिए ही काम करने का मन बना बैठे हैं। यही कारण है कि जो भी फरियादी सरकार के खिलाफ या सत्ताधारी पार्टी के नेता के खिलाफ फरियाद लेकर जाएगा उनकी कोई सुनवाई नहीं होगी।
अतः आप सभी पत्रकार बंधुओं से निवेदन है कि यह आज एक पत्रकार के साथ हुआ है कल आपके साथ होगा यह समय सभी पत्रकार को एक साथ आकर अपनी ताकत से सत्ताधारी पार्टियों को उनकी जगह दिखाने का है। आप सभी से निवेदन है कि पत्रकारों के साथ होने वाले इस बदसलूकी के खिलाफ आवाज उठाएं और खबर प्रकाशित कर विभाग में बैठे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों के घमंड को तोड़कर के काले कारनामों को उजागर करने और कुंभकरणीय नींद में सोई सरकार को जगाने के लिए अपनी आवाज बुलंद करें।