रायगढ़, 30 मई 2022 : आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए की राशि ऐसे बच्चों जिन्होंने कोविड में अपने माता-पिता को खो दिया उन्हें प्रदान किया जा रहा है।
रायगढ़ जिले से 18 ऐसे बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत राशि प्रदान की गई। आज के वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के अन्य दस्तावेजों का भी वितरण किया गया। इसमें हितग्राही बच्चों का पास बुक, स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री का बच्चों के नाम पत्र और प्रमाण-पत्र इत्यादि शामिल है।
बता दें कि जिले में उपस्थित सांसद गोमती साय, महापौर जानकी काटजू और कलेक्टर भीम सिंह द्वारा उक्त दस्तावेज जिले के ऐसे 18 हितग्राही बच्चों को वितरित किया गया, जिन्हें इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसे विपदा में जिन बच्चों ने अपने माता और पिता या फिर अपने अभिभावक को खोया है, उनके लिए चुनौतियों/मुश्किलों को कम करने का प्रयास है।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन इसके लिए 18 साल या उससे कम उम्र के बच्चों को योजना से 10 लाख रुपये की सहायता मिल रही है। जिसके तहत उम्र के अनुसार बच्चों के खातों में योजना की राशि डाली गई है। बच्चे इस सहायता राशि को 23 साल की उम्र पहुंचने पर निकाल पाएंगे। इसके अलावा व्यक्तिगत जरूरतों के लिए 18 साल की उम्र पूरी करने पर बच्चों को मासिक वित्तीय सहायता भी मिलेगी।
23 साल तक की उम्र तक इन बच्चों का आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रूपए तक का स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा। आज स्वास्थ्य बीमा का कार्ड भी वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान हितग्राही बच्चों को दिया गया।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत कक्षा पहली से बारहवीं तक छात्रवृत्ति के तौर पर 20 हजार रुपए इन बच्चों को दिया जाएगा। साथ ही कक्षा दसवीं के बाद यदि हितग्राही कौशल प्रशिक्षण या तकनीकी शिक्षा लेना चाहता है तो उसके लिए छात्रवृत्ति की सुविधा और नि:शुल्क स्कूली शिक्षा के साथ ही उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण की सहायता और शिक्षा ऋण के ब्याज का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा। रायगढ़ के एनआईसी कक्ष में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास टी.के.जाटवर, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
रेडक्रॉस से भी दी गई है एक-एक लाख रुपये की सहायता
कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर इन बच्चों को देखभाल एवं पढ़ाई-लिखाई में सहायता के लिए एक-एक लाख रुपये की रेडक्रॉस के माध्यम से दी गई है। यह राशि बच्चों के खाते में अंतरित की जा चुकी है।