महाराष्ट्र : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को ज्ञानवापी मस्जिद पर चल रहे मुद्दे के बीच एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हम इतिहास नहीं बदल सकते लेकिन हमें हर रोज एक नया मुद्दा भी नहीं लाना चाहिए. भागवत ने सवाल किया कि हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों ढूंढना है ?. क्यों इस मुद्दे को और बढ़ाना है ?
भागवत ने यहां अपने संबोधन में कहा कि ज्ञानवापी का मुद्दा चल रहा है. ये ऐसे मुद्दे हैं, एक इतिहास तो है. उसको हम बदल नहीं सकते. वो इतिहास हमने नहीं बनाया. न ही उस समय के मुसलमानों ने बनया. न ही हिंदुओं ने बनाया. उस समय घटा. भागवत ने आगे कहा कि इस्लाम बाहर से आया है और आक्रमकारियों के जरिए भारत आया. उस आक्रमण में भारत को चाहने वालों का मनोबल तोड़ने के लिए देवस्थान तोड़े गए. ऐसे हजारों स्थान हैं, जिन पर हिंदू समाज का ध्यान है. उन्होंने कहा कि ऐसा करके हिंदू मुसलमानों के विरुद्ध नहीं सोचता है. भागवत ने एक बार फिर कहा कि आज के मुसलमानों के पूर्वज भी हिंदू थे.
#WATCH | "…We shouldn't bring out a new matter daily. Why should we escalate dispute? We have devotion towards #Gyanvapi and we are doing something as per that, it is alright. But why look for a Shivling in every masjid?…" says RSS chief as he speaks on Gyanvapi mosque issue. pic.twitter.com/eYLmaEEQY4
— ANI (@ANI) June 2, 2022
भागवत ने कहा कि एक राम जन्मभूमि के आंदोलन में अपनी प्रकृति के विरुद्ध शामिल हुए. उन्होंने कहा कि न ही मुसलमानों को ये अपने विरुद्ध मानना चाहिए और न ही हिंदुओं को ऐसा करना चाहिए. भागवत ने कहा कि अगर ऐसा कुछ है तो आपस में मिल बैठकर सहमति से रास्ता निकालना चाहिए. भागवत ने कहा कि ये सही है कि कुछ विशेष स्थानों को लेकर मन में श्रद्धा थी और हमने उनके बारे में कुछ कहा भी. लेकिन रोज एक नया मामला नहीं निकालना चाहिए. उन्होंने कहा कि झगड़ा क्यों बढ़ाना है ?. हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना है ?. भागवत ने कहा कि वे भी एक पूजा है. जिन्होंने अपनाई है, उन मुसलमानों को भी ये समझना चाहिए कि ये बाहर से आई है. भागवत ने अपनी बात फिर दोहराते हुए कहा कि मुसलमानों के पूर्वज हिंदू थे.