रायपुर। समाजवादी पार्टी छत्तीसगढ़ के रायपुर जिलाध्यक्ष बृजेश चौरसिया ने कहा कि प्रदेश के निजी विश्वविद्याल रावतपुरा यूनिवर्सिटी निजी हठधर्मिता के चलते सरकारी आदेश की बखिया उधेड़ने में लगा हुआ है प्रदेश के सभी शासकीय निजी विश्विद्यालय पूर्व में निर्देशित निर्देशो के अनुसरण करते हुए वर्तमान सेमेस्टर एग्जाम ऑनलाइन मोड में करा रहे हैं पर प्रदेश का इकलौता रावतपुरा यूनिवर्सिटी इन आदेशों के विपरीत ऑफलाइन एग्जाम 21 जून से जारी होने की अधिसूचना जारी कर चुका है।
छात्रसंघों के विरोध का इन्हें कोई फर्क पड़ता नही दिख रहा है, पिछले दिनों छात्रों ने राज्यपाल से मिलकर सभी यूनिवर्सिटी में एक समान परीक्षा पद्धति लागू करने की भी मांग कर चुके हैं जिसपर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही आई। प्रदेश में कोविड के चौथे लहर की सुगबुगाहट दिखने लगी है अकेले रायपुर में 100 से ज्यादा एक्टिव केसेस है। इसकी भयावहता से सभी परिचित है भले ही हमने कोविड के साथ जीना सीख लिया है पर इनका डर और मानसिक दुष्प्रभाव आज भी बरकरार है।
बृजेश ने आगे कहा कि निजी विश्वविद्यालय की तानाशाही इस मामले में समझ से परे है यह वही यूनिवर्सिटी है जिसपर सरकारी मानक में खरे नही उतरने पर 10 साल भाजपा प्रशासन में ताला लगा हुआ था। यूनिवर्सिटी के इस व्यवहार के प्रति समाजवादी पार्टी छत्तीसगढ़ ने जिलाध्यक्ष बृजेश चौरशिया और डॉ ओमप्रकाश साहू के नेतृत्व में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को इस मामले में हस्तक्षेप करने हेतु ज्ञापन सौंपा है।
छात्रों को ऑफलाइन एग्जाम से कही ज्यादा चिन्ता असमान परीक्षा मानक से होनेवाले दुष्प्रभाव से है जिनमे प्रतियोगिता मानक में ऑनलाइन एग्जाम के छात्र उनसे आगे निकल जाएंगे साथ ही चौथे लहर का भी खौफ दिखने लगा है। यूनिवर्सिटी ने 6 जून को ऑनलाइन परीक्षा की अधिसूचना जारी की थी अगले दिन अपने ही आदेश को पलटते हुए परीक्षा ऑफलाइन कर समय सारणी घोषित कर दी है।