नई दिल्ली : गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा सर तन से जुदा। गुस्ताख का मतलब होता है अपमान और रसूल का मतलब है पैगंबर मोहम्मद साहब यानी पैगंबर मोहम्मद साहब का जो भी अपमान करेगा उसका सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा। अब राजस्थान के उदयपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जब पैगंबर के ऊपर कथाकथित विवादित बयान देने वाली नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखने वाले 8 साल के बच्चे की सजा उसके पिता के सिर तन से जुदा कर दिया गया है।
दोपहर की घटना है और धानमंडी स्थित भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान चलाने वाले कन्हैया लाल तेली दुकान में कपड़ों की नाप ले रहे थे। तभी दो युवक बाइक से उनकी दुकान में कपड़े का माप देने के बहाने पहुंचते हैं। कन्हैयालाल कुछ समझ पाते तब तक बदमाशों ने हमला बोल दिया। एक के बाद एक उनपर तलवार से हमले किए। मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। ये अपने आप में दिल दहला देने वाली घटना है।
दोनों शख्स के दरिंदगी का अंदाजा इस बात से पता चलता है कि पहले तलवार से सिर कलम करने के बाद दोनों शख्स सोशल मीडिया पर वीडियो डाल कर गर्व से ये बताते नजर आते हैं कि हां, हमने हत्या की है। पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने कहा कि नृशंस हत्या हुई है। जैसे ही सूचना मिली पुलिस को तैनात कर दिया गया है। अपराधियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। कुछ आरोपियों की पहचान हुई है, हमने टीमें भेजी है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसे भी हमने देखा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरे मामले पर शांति की अपील की है और कहा है कि कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।
परिजनों ने बताया कि कन्हैयालाल गोर्वधन विलास इलाके का रहने वाला था। 10 दिन पहले उसने नुपूर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इसके बाद से समुदाय विशेष के लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कन्हैयालाल लगातार धमकियों से परेशान था। 6 दिनों से उसने अपनी टेलर्स की दुकान भी नहीं खोली थी। उसे पुलिस को धमकियां देने वाले युवकों के बारे में नामजद रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने उसे थोड़े दिन संभलकर रहने का बोलकर गंभीर नहीं लिया।