नई दिल्ली : हमला कर मालकिन की जान लेने वाला पिटबुल डॉग बृहस्पतिवार को पकड़ लिया गया। बुधवार को पीड़ित परिवार के घर से बाहर होने के कारण ऐसा नहीं किया जा सका था। नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार को कैसरबाग स्थित बंगाली टोला में पिटबुल को पकड़ लिया और जरहरा स्थित श्वान केंद्र में लेकर चली गई।
नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डॉ. अरविंद राव व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि बुधवार को टीम पिटबुल को पकड़ने गई थी, लेकिन परिवारवाले अस्थि विसर्जन के लिए बाहर गए थे।
पशु चिकित्सक डॉ. अभिनव वर्मा ने कहा कि इस पिटबुल का लाइसेंस बना है कि नहीं, अभी साफ नहीं हो पाया है। लाइसेंस बनाने का काम प्राइवेट पशु चिकित्सक करते हैं, ऐसे में वहां से भी जानकारी मंगाई जा रही है। नगर निगम में इस कुत्ते का रिकॉर्ड नहीं मिला है।
कैसरबाग की घटना के बाद नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने शहरवासियों से हिंसक प्रजाति के कुत्ते न पालने की अपील की है। इनमें अमेरिकन पिटबुल, रॉटविलर, साइबेरियन, हस्की, डाबरमैन, पिंस्चर, बॉक्सर आदि शामिल हैं।
नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि यदि कुत्तों के स्वभाव में बदलाव दिखे तो तुरंत पशु चिकित्साधिकारी से संपर्क करें। बड़ी ब्रीड के कुत्ते पालने में सावधानी बरते और प्रशिक्षित कुत्ते ही पालें। कहा कि कुत्तों को मांसाहारी भोजन देने से बचें। बताया कि बिना लाइसेंस और नियम विपरीत कुत्ते पालने पर 5000 रुपये तक जुर्माना है। नियम के अनुसार मालिक श्वान को ऐसे रखेगा, जिससे पड़ोसियों को कोई दिक्कत न हो।