नई दिल्ली : अरुणाचल प्रदेश से बड़े हादसे की खबर आई है। भारत-चीन बार्डर पर काम करने वाले मजदूरों के समूह के 18 लोग लापता है, जबकि एक की मौत हो गई है। ये मजदूर एक हफ्ते से लापता हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन मजदूरों की कुमी नदी में डूबने से मौत हो गई है।
ये मजदूर चीन की सीमा के पास सड़क निर्माण के कार्य में लगे थे और ईद के मौके पर अपने घर असम जाना चाहते थे। मजदूरों ने कॉन्ट्रैक्टर से घर जाने के लिए छुट्टी मांगी थी, लेकिन जब मांग नहीं मानी गई, तो सभी पैदल ही असम के लिए निकल गए। उसी रास्ते में मजदूरों के साथ यह हादसा हुआ।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये सभी बीआरओ द्वारा सड़क निर्माण के लिए अरुणाचल लाए गए थे, ईद के मौके पर उन्हें असम में अपने घर जाना था। कॉन्ट्रैक्टर से कई बार बोला गया था कि मजदूरों को छुट्टी दे दी जाए, लेकिन जब कॉन्ट्रैक्टर नहीं माना, तब ये सभी मजदूर पैदल ही असम के लिए निकल लिए। खबर के मुताबिक, ये मजदूर अरुणाचल के कुरुंग कुमे जिले के जंगलों में खो गए थे। जिला उपायुक्त बेनगिया निघे ने कहा कि ये श्रमिक सड़क निर्माण प्रोजेक्ट में लगे थे और 5 जुलाई से लापता हैं।
हालांकि, अब तक सिर्फ एक ही शव बरामद हुआ है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक सभी मजदूरों की मौत हो चुकी है। उपायुक्त ने बताया कि मंगलवार को एक और टीम घटनास्थल पर भेजी जाएगी और बाकी मजदूरों को खोजने का प्रयास किया जाएगा।
अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि मजदूर कब और कैसे कुमी नदी में डूब गए? क्या वे नदी पार करने का प्रयास कर रहे थे? क्या नदी का बहाव तेज था? कई सवाल हैं जिनके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं, इसी वजह से पुलिस भी इस हादसे को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है। अभी तक इतनी जानकारी मिली है कि पिछले एक हफ्ते से ये सभी मजदूर गायब चल रहे थे।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में इस समय भारी बारिश का दौर जारी है। आने वाले दिनों में भी तेज बारिश की आशंका जताई गई है। इसी वजह से नदियों का जलस्तर पहले से ही बढ़ गया है, ऐसे में कोई डूब जाए तो उसे बचाना बड़ी चुनौती साबित होता है।