नई दिल्ली : उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने मंगलवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके नामांकन पत्र दाखिल करने के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और शिवसेना नेता संजय राउत मौजूद थे।
इनके साथ ही, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, द्रमुक नेता तिरुची शिवा और एमडीएमके के नेता वाइको भी मौजूद थे।
तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का कोई नेता अल्वा के नामांकन के मौके पर नहीं पहुंचा। ये दोनों दल उस बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे जिसमें अल्वा को विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनाने का फैसला हुआ था। हालांकि पवार ने कहा था कि वह तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के संपर्क में हैं।
विपक्षी दलों ने गत रविवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था। उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से है। धनखड़ ने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया।
अल्वा की उम्मीदवारी के संदर्भ में रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष के नेताओं ने सोमवार को शरद पवार के आवास पर बैठक की थी।
बैठक के बाद 80 वर्षीय अल्वा ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह मुश्किल चुनाव होगा, लेकिन मुझे किसी चुनौती से डर नहीं है। मैं सभी विपक्षी दलों के नेताओं को मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए धन्यवाद देती हूं।’’
उन्होंने यह भी कहा था, ‘‘मुझे पता है कि यह मुश्किल लड़ाई है, लेकिन राजनीति में जीत-हार कोई मुद्दा नहीं है, मुद्दा लड़ाई है।’’ उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए छह अगस्त को मतदान होगा। नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है।(इनपुट-भाषा)