रायपुर : रायपुर हर घर हरियाली अंतर्गत ग्रीन आर्मी ऑफ रायपुर एवं नालंदा परिसर मैनेजमेंट के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर के संयोजन में नालंदा परिसर में 100 पेड़ लगाए गए जिसमें पीपल, नीम, बरगद, मुनगा, आम, जामुन, पपीता, अर्जुन, नींबू, आंवला, कटहल, सहित अनेकों प्रजाति के औषधीय एवं ऑक्सीजन युक्त पौधे रोपित किए गए।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडिशनल कलेक्टर शिवकुमार साहू विशिष्ट अतिथि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश मिश्रा, एडिशनल डायरेक्टर एवं जिला रोजगार कार्यालय अधिकारी नालंदा परिसर केदार पटेल, ग्रीन आर्मी के संस्थापक अमिताभ दुबे, मोहन वर्ल्यानी, अध्यक्ष कविता कुंभज, गुरदीप टुटेजा, केके वर्मा, दिलीप तिवारी, सुनील नायक, राम तिवारी, भारतीय वास्तव, मोनिका बागरेचा, भारतीय अग्रवाल, दुर्गा जैन, सरिता बघेल, अन्नू कश्यप, गायत्री बघेल, प्रोफेसर अनिल चंद्राकर, चित्रकार भोजराज धनगर, राहुल कुंभज, नितिन झा, एमएम भंडारी, सौरभ बख्शी, विनीत दुबे, श्रेया चंद्राकर की गरिमामय उपस्थिति में वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में एडिशनल कलेक्टर शिव कुमार साहू ने कहा की प्रशासन के द्वारा आम जनता को पेड़ लगाने एवं उनके महत्व के लिए हर घर हरियाली योजना अंतर्गत निशुल्क पेड़ वितरण किया जा रहा है ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठाएं ।जहां पर भी सुरक्षित स्थान मिले हमें वृक्षारोपण करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ दिनेश मिश्रा ने कहा कि हमको रोना काल में ऑक्सीजन की कमी की भयावह को देखे हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन एवं औषधि युक्त पेड़ लगाने चाहिए।
केदार पटेल ने कहा कि हम नालंदा परिसर में पूर्ण रूप से सुरक्षित स्थानों पर सभी तरह के वृक्षारोपण कर रहे हैं जिसमें ग्रीन आर्मी का प्रतिवर्ष हमें सहयोग मिल रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्रीन आर्मी के संस्थापक अमिताभ दुबे ने कहा कि स्कूल कॉलेज मंदिर मस्जिद गिरजाघर गुरुद्वारा गार्डन जहां पर भी खाली जगह है जहां सुरक्षा का इंतजाम है
वहां हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना चाहिए। इस अवसर पर ग्रीन विंग चेयरमेन मोहन वर्ल्यानी ने कहा कि शासन एवं कलेक्टर के द्वारा हर घर हरियाली अंतर्गत पेड़ों का वितरण किया जा रहा है हमें हर घर पेड़ बांटकर पेड़ लगाने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन वाइट विंग चेयरमैन गुरदीप टुटेजा ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ने किया।